चीन ने की बेशर्मी की हद पार, मिलिट्री कमांडर्स की बैठक के बाद भारत को ही बताया अनुचित मांग करने वाला
चीन के सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने ट्वीट किया, रविवार को 13वें दौर की कोर कमांडर स्तर की बातचीत में भारत ने अनुचित और अवास्तविक मांगों पर जोर दिया, जिसके बाद बातचीत में मुश्किलें आ रही हैं. चीन को उम्मीद है कि भारतीय पक्ष स्थिति का गलत आकलन नहीं करेगा, सीमावर्ती क्षेत्रों में कठिन स्थिति को संभालेगा, प्रासंगिक समझौतों का पालन करेगा और दो देशों और दो सेनाओं के बीच ईमानदारी के साथ काम करेगा. ग्लोबल टाइम्स ने पीएलए के वेस्टर्न थिएटर कमांड के हवाले से ये ट्वीट किए हैं.
जानकारी के मुताबिक, मीटिंग में पूर्वी लद्दाख के हॉट-स्प्रिंग से दोनों देशों के डिसइंगेजमेंट यानि सैनिकों के पीछे हटने पर चर्चा हुई. लेकिन, सूत्रों के मुताबिक, नतीजा के बारे में अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता है. क्योंकि दोनों देश के कमांडर्स मीटिंग के बारे में अभीअपने अपने देश के टॉप मिलिट्री और पॉलिटिकल लीडरशिप से मंत्रणा करेंगे. उसके बाद ही मीटिंग का कोई नतीजा सामने आ पायेगा.
भारत की तरफ से लेह स्थित 14वीं कोर (फायर एंड फ्यूरी कोर) के कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल पी जी के मेनन ने मीटिंग में हिस्सा लिया. जबकि चीन की तरफ से दक्षिणी शिन्चियांग मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट के कमांडर ने मीटिंग का प्रतिनिधित्व किया. ये मीटिंग ऐसे समय में हुई जब एक दिन पहले ही चीन ने 16 महीने पहले हुए गलवान घाटी की हिंसा से जुड़ी आपत्तिजनक तस्वीरें जारी की थी