July 2, 2024     Select Language
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यह पहले ही बताती है कब होंगे बीमार या दुर्घटना शिकार

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कोलकाता टाइम्स :

स्तरेखा शास्त्र में जीवन रेखा की स्थिति को देखकर भविष्य में होने वाली बीमारियों और दुर्घटनाओं के बारे में पहले ही पता किया जा सकता है। जीवन रेखा को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। ये रेखा हथेली में इंडेक्स फिंगर और अंगूठे के बीच में से शुरू होकर अंगूठे के नीचले हिस्से को घेरे हुए कलाई की तरफ जाती है। इसे लाइफ लाइन भी कहा जाता है। इस रेखा से सेहत और जीवन में होने वाली महत्वपूर्ण घटनाओं के साथ ही मृत्यु का भी विचार किया जाता है। इस रेखा पर त्रिभूज का निशान बनना शुभ होता है। इसके अलावा जीवन रेखा पर ध्वज, चक्र और स्वस्तिक का निशान होना भी शुभ माना जाता है।

जीवन रेखा छोटी होती हो तो व्यक्ति की प्रतिरोधक क्षमता कम होती है, इस कारण व्यक्ति की जीवन शक्ति भी कम होगी।

जीवन रेखा जंजीर की तरह हो तो ऐसे लोग जीवन में हर समय किसी न किसी रोग से पीड़ित होते हैं।

यदि जीवन रेखा पतली और धुंधली हो तो ऐसे लोग लंबे समय तक बीमार रहते हैं।

जीवन रेखा सीढ़ीनुमा हो तो जातक के ऐसे लोगों के जीवन में संघर्ष ज्यादा होता है इसके साथ ही ऐसे लोग अपने पूरे जीवनकाल में कई तरह की बिमारियों से परेशान रहते हैं और संकटो का सामना करते हैं।

यदि व्यक्ति के जीवन रेखा के आखिरी में गाय की पुंछ जैसी रेखाएं हो तो जीवनभर नुकसान और दुर्घटनाओं से परेशान रहता है।

लहरदार जीवन रेखा भी अच्छे जीवन की और संकेत नहीं करती है |

यदि कोई रेखा आक्रामक मंगल (जहां से जीवन रेखा शुरु होती है) से आकर जीवन रेखा को काटे तो व्यक्ति को अपने दुश्मनो से हानि होती है |

आक्रामक मंगल से कई रेखाएं आकर जीवन रेखा को कटे तो ऐसे लोगों को अत्यधिक मानसिक तनाव तथा सर दर्द रहता है। रेखाओं की संख्या ज्यादा हो तो माइग्रेन और हाई बी.पी. की भी शिकायत रहती है | दूसरी तरफ ये रेखाएं केवल छोटी हो तो पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।

जीवन रेखा की शुरुआत में ज्यादा रेखाएं हो तो ऐसे लोगों के जीवन में अस्थिरता बनी रहती हैं। जीवन में कई उतार-चढ़ाव आते हैं।

जीवन रेखा हथेली के आखिरी हिस्से में (कलाई के पास) दो भागों में बंट जाती है, तो ऐसे व्यक्ति की मृत्यु उसके पैतृक घर से काफी दूर जाकर होती है।

जीवन रेखा के आखिरी में क्रॉस या गुणन का चिन्ह हो तो अंतिम समय में मृत्यु काफी दुखद होगी।

यदि जीवन रेखा किसी स्थान से टूटी होती है तो उस स्थान पर आयु विशेष में लोगो के दुर्घटना होने के योग होते है | इसके अलावा जातक बीमार हो सकता है किसी गंभीर बीमारी से |

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