ओम पुरी की ये खास यह 6 बातें शायद ही जानते होंगे !
कोलकाता टाइम्स :
अम्बाला में स्थित पंजाबी परिवार में 18 अक्टूबर 1950 को एक इंडियन आर्मी पर्सनल के घर जन्म लिया ओम प्रकाश पुरी ने! जिन्हें आप और हम ओम पुरी के नाम से जानतें हैं। इन्होने बॉलीवुड इंडस्ट्री में वो मुक़ाम हासिल किया था जिसके बारे में शायद उन्होंने खुद नहीं सोचा होगा। मगर, आज सुबह जब इनके देहांत की ख़बर आई तो हर कोई शोक में डूब गया!
1977 में हिंदी सिनेमा में कदम रखने वाले ओम पुरी ने इंडस्ट्री को बहुत सी बेहतरीन फ़िल्में दी। उनके एक से बढ़कर एक परफॉरमेंस ने उन्हें सबका फेवेरेट बना दिया। वैसे, आज वो हम सबके बीच नहीं है मगर, उनके बारे में कुछ अनकही बातें हैं जो हर कोई नहीं जानता! और हमें यकीन है आप इन्हें ज़रूर जाना चाहोगे!
1) ओमपुरी ने ही तय की अपनी जन्म तारीख़! जी हां! दरअसल, उनके पास कोई बिर्थ सर्टिफिकेट रिकॉर्ड नहीं था, उनके परिवार वाले को भी उनकी जन्म तारीख़ याद नहीं थी। उनकी मां ने उन्हें बताया था कि वो दशहरे के दो दिन बाद जन्में थे। जब उन्होंने स्कूल जाना शुरू किया तो उनके अंकल ने उनकी जन्म तारीख़ 9 मार्च 1950 दर्ज करवाई। पर, जब ओम मुंबई आए तो उन्होंने ये पता लगाया कि 1950 में दशहरा कौनसी तारीख़ को आया था और फिर उन्होंने तय किया कि उनका जन्मदिन 18 अक्टूबर 1950 को है।
2) ओमपुरी को पद्म श्री अवार्ड और दो बार नेशनल अवार्ड से भी नवाज़ा गया था। इसके अलावा उन्हें ब्रिटिश फिल्म इंडस्ट्री से ऑफिसर ऑफ़ द आर्डर ऑफ़ द ब्रिटिश एम्पायर का ख़िताब भी मिला था। इन्होने मराठी, कन्नड, पंजाबी, मलयालम, तेलगू, उर्दू ,अमेरिकन, ब्रिटिश की कई फिल्मों में काम किया और हाला ही में साल 2016 में उन्होंने अपना पाकिस्तानी डेब्यू भी किया था।
3) फ़िल्मों में अपने केरेक्टर्स से बिल्कुल अलग, रियल लाइफ में ओम बड़े रोमांटिक थे। नसीरुद्दीन शाह और ओम ने एक साथ एनएसडी में एक्टिंग सीखी थी। ओम का कहना था कि नसीर बहुत अच्छी अंग्रेजी बोलकर लड़कियों का ध्यान अपनी ओर खींचते थे और ओम मिठाईयां, चोकलेट्स और गिफ्ट्स देकर लड़कियों को इम्प्रेस करते थे।
4) ओम पुरी का कहना था कि नसीर ने उन्हें मांसाहारी बनाया। एनएसडी के समय नसीर ने उनका शकाहारी होने का व्रत तोडा और ऐसे उनकी दोस्ती भी गहरी हुई। दोनों ने एक साथ आक्रोश, द्रोह काल, स्पर्श, जाने भी दो यारो, अर्ध सत्य और भी कई फिल्मों में काम किया।
5) ओम को इंग्लिश नहीं आती थी और उन्हें इस बात की चिढ़ भी थी। एनएसडी के समय नसीर एक कान्वेंट स्कूल से थे और ओम पंजाबी मीडियम से! लेकिन, ओम ने अपनी इंग्लिश पर खासा मेहनत की और 20 से भी ज्यादा इंग्लिश फिल्मों में काम किया।
6) ओम को यह परेशानी भी थी कि लोग उनके लुक्स के बारे में क्या कहेंगे? पर इसका सामना भी उन्होंने किया। उन्हें कहा जाता था कि बड़े नाक और इस चेहरे के साथ वो हिंदी सिनेमा में कभी अपनी जगह नहीं बना पाएंगे!