ठंडा नहीं गर्म पानी रखे फ्रीज़ में, फिर देखे कमाल
दरअसल, पानी के कणों के वेग का एक विशिष्ट स्वभाव होता है. जब पानी गर्म होता है तो पानी के कुछ अणु तेजी से सतह पर आ जाते हैं और अपेक्षाकृत ठंडे अणु नीचे रहते हैं. इनके बीच बहने वाली संवहन धाराएं ही पानी को ठंडा करती हैं. गर्म पानी में ये संवहन धाराएं तेजी से बनती हैं इसलिए गर्म पानी जल्दी ठंडा होकर जम जाता है. वहीं ठंडे पानी में संवहन धाराएं धीरे-धीरे बनती हैं. साथ ही ठंडे पानी में मौजूद गैसें और अशुद्धियां इसके जमने में देरी का कारण बनती हैं.
इसी तरह बर्फ से जुड़ा एक और रोचक तथ्य यह भी है कि पानी की तुलना में बर्फ हल्की होती है. इसीलिए टनों वजनी बर्फ के ग्लेशियर भी पानी में आसानी से तैरते रहते हैं. इसके पीछे वजह बर्फ और पानी के घनत्व में अंतर होना है. पानी का घनत्व बर्फ के घनत्व की तुलना में ज्यादा होता है इसीलिए बर्फ पानी पर तैरती रहती है.