रात तीन बजे मम्मी को जगाकर यह डिस्कस करते हैं करण
इवेंट के दौरान शाह रुख़ ने बताया कि करण बहुत अच्छे बेटे हैं और करण इतने अच्छे बेटे हैं कि वे अपनी मां से आज भी वक़्त निकाल कर बात करते हैं। फिर चाहे रात के तीन भी क्यों न बज रहे हों। वह अपनी मां से टेलीशॉपिंग के बारे में भी बातें शेयर करते हैं। शाह रुख़ का मानना है कि करण बहुत इमोशनल हैं और फेमिली पर्सन हैं। वे जितना रिश्तों को समझते हैं उतना कोई नहीं। इसलिए इस किताब का टाइटिल अंसुइटेबल बॉय नहीं बल्कि गुड बॉय होना चाहिए था। शाह रुख़ ने करण को ढ़ेर सारी विशेस दी। किंग ख़ान ने करण के बारे में कहा कि करण भगवान की तरफ से भेजा गया बेस्ट गिफ्ट है मेरे लिए।
करण की अॉटोबायोग्राफी की लॉन्चिंग के मौके पर किंग ख़ान मौजूद थे। खास बात यह है कि, किताब में एक पूरा अध्याय शाह रुख़ को डेडिकेट किया गया है।