अपने 13 बच्चों के साथ इस बहसि कॉपल ने जो किया सुन रो पड़ेंगे
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कोलकाता टाइम्स :
यह तारपीन परिवार के 13 बच्चों की ऐसी कहानी है जिसे सुन किसी के भी आंसू निकल आये। टर्पिन फेमिली के ये 13 भाई-बहन, जिनकी उम्र दो साल से लेकर 29 साल के बीच थी. सभी के साथ दुर्व्यवहार किया गया. वह भी उन्हें जन्म देने वाले माँ-बाप द्वारा। कुछ समय बाद उनमें से कुछ 2018 में कैलिफोर्निया स्थित घर से भागने में कामयाब हो गए थे. इस मामले में पक्ष रखने वाले सरकारी वकील ने बताय कि परिवार की सबसे बड़ी बेटी 29 साल की थी जिसका वजन 42 किलोग्राम के करीब रह गया था. वहीं एक सात साल के बच्चे का वजन भी सामान्य स्तर से काफी कम था.
अपने ही बच्चों की जिंदगी को नरक बना देने वाला पति-पत्नी का ये जोड़ा अब अपने असल अंजाम यानी जेल की सलाखों के पीछे है. डेविड और लुईस टर्पिन को बच्चों के साथ क्रूरता, यातना और बंधक बनाने समेत 14 मामलों में दोषी ठहराते हुए 25 साल कठोर कारावास यानी जेल की सजा सुनाई गई है.
टर्पिन परिवार के बच्चों ने खुलासा किया है कि वे ‘नरक जैसी’ परिस्थितियों में किस तरह रहते थे. उन्होंने स्वीकार किया कि शायद ही उनका कोई भाई या बहन ऐसा रहा हो जो मौत के करीब न पहुंचा हो. क्योंकि उनके माता-पिता द्वारा सभी को भूखा और प्रताड़ित किया गया था. दुनिया से अपनी दुखभरी कहानी साझा करते हुए इस परिवार की एक बेटी ने कहा कि हम सभी जिंदा बच गए ये भगवान की मेहरबानी थी.