May 20, 2024     Select Language
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थकान दूर भगाना है तो यह चश्मा पहने

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कोलकाता टाइम्स : 
इंजीनियरों ने सर्दी के मौसम में लोगों को होने वाली सुस्ती और थकान को दूर भगाने का एक नजराना पेश किया है। आंखों को सुकून देने वाला ये चश्मा यूं तो साधारण ही दिखता है, लेकिन सर्दी के मौसम में इसे प्रतिदिन केवल तीस मिनट भी पहनने से जानलेवा जाड़े में भी इसे पहनने वाला अपने अंदर बेतहाशा स्फूर्ति और भरपूर ऊर्जा महसूस करता है।

सूत्रों के अनुसार सर्दी के मौसम के लिए बनाए गए ये सनग्लासेज दरअसल वजन में 54 पौंड के हैं। इनकी आंखों पर पड़ने वाले रोशनी ऐसी है जैसे एक साथ छह एलईडी बल्ब जल रहे हों। ये सनग्लासेज अंधियारे से अंधियारे दिन को दिन की रोशनी से भर देते हैं। इन कैलोरी फ्री चश्मों की बदौलत आपका मूड अच्छा हो जाता है और नई ऊर्जा महसूस करते हैं। दानिश इंजीनियरों के बनाए इन सनग्लासेज में एक उभार वाले शक्तिशाली फील्ड रिफ्लेक्टर से आंखों पर रोशनी पड़ती है। इससे पहनने से आपकी नजर पर असर नहीं पड़ता और सामने का नजारा एकदम साफ दिखता है। लेकिन इसे सुबह के वक्त कुछ देर पहन लेने से पूरा-पूरा दिन थकान आपको छू भी नही पाएगी। आपको इस चश्मे से इतनी ऊर्जा मिलेगी कि उसकी भरपाई के लिए आपको अतिरिक्त भोजन करने या अतिरिक्त कसरत करने की भी जरूरत नहीं। आप धुंधलके वाले बेहद सर्द मौसम को भी पूरे जोश के साथ बिता लेंगे। माना जाता है कि ब्रिटेन में हर पचास व्यक्तियों में से एक सीजनल एफेक्टिव डिस्आर्डर (सैड) से ग्रसित है।

इस रोग में लोग उदास रहते हैं। किसी भी काम में मन नहीं लगता और कुछ भी करने से खुशी नहीं मिलती। इस रोग के अन्य लक्षणों में थकान, अधिक खाना और वजन बढ़ना आदि शामिल है। उदासीनता का ये रोग ब्रिटेन में लोगों को प्राय: सितंबर और नवंबर के बीच और उसके बाद मार्च और अप्रैल तक रहता है। माना जाता है कि लोगों को इस मौसम में पर्याप्त सूर्य की रोशनी नहीं मिलती जिससे वह कमजोरी महसूस करते हैं। ये बीमारी सर्दियों में विषवत रेखा की ओर बढ़ने के साथ ही बढ़ती जाती है।

ऐसे मूड डिआर्डर को लाइट थेरेपी से दूर किया जा सकता है। इसे दूर करने के लिए ये नए सनग्लासेज बहुत अच्छा उपाय हैं। इस थेरेपी में साधारण बल्ब की रोशनी से दस गुना अधिक रोशनी की आवश्यकता पड़ती है।

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