अब कहना होगा ब्युटी विथ ब्रेन, क्योंकि …
वेबसाइट ‘डेली मेल डॉट को डॉट यूके’ की रिपोर्ट में एलएसई की शोधकर्ता संतोषी कनाजावा कहती हैं, “शारीरिक अकर्षण सामान्य बुद्धि से महत्वपूर्ण सकारात्मक ढंग से जुड़ा हुआ है। फिर चाहे इस पर सामाजिक वर्ग, शरीर के आकार और स्वास्थ्य का नियंत्रण हो अथवा नहीं।”
सामाजिक स्थिति को लेकर किए गए एक अन्य शोध में पता चला है कि कामकाजी वर्ग की लड़कियों की तुलना में मध्यवर्गीय लड़कियों का आईक्यू ज्यादा होता है। ब्रिटेन में हुए इस अध्ययन में पाया गया है कि शारीरिक रूप से आकर्षक दिखने वाले पुरुषों का आईक्यू औसत से 13.6 प्वाइंट अधिक होता है जबकि खूबसूरत दिखने वाली महिलाओं का आईक्यू औसत से 11.4 प्वाइंट अधिक होता है।
कनाजावा के ये परिणाम ‘नेशनल चाइल्ड डेवलपमेंट स्टडी’ पर आधारित हैं। इसमें 17,419 लोगों पर 1958 में मार्च में उनके जन्म के समय से एक सप्ताह तक के लिए नजर रखी गई थी। इन लोगों ने अपने बाल्यकाल और व्यस्क अवस्था की शुरुआत में शैक्षिक प्रगति, बौद्धिकता और शारीरिक दिखावट से सम्बंधित कई परीक्षाएं दीं।
अमेरिका के ‘नेशनल लांगीट्यूडिनल स्टडी ऑफ एडोलीसेंट हेल्थ’ के ऐसे ही अध्ययन में 35,000 युवा अमेरिकियों को शामिल किया गया था। कनाजावा का कहना है कि खूबसूरत लोगों के अधिक बुद्धिमान होने की उनकी बात शुद्ध रूप से वैज्ञानिक है।