दो महीने ‘कब्र’ में रहकर भी जिन्दा
कोलकाता टाइम्स :
कहावत है ”जाको रखे साइंया मार सके ना कोई”। यह कहावत स्वीडन के उस व्यक्ति पर लागू हुई, जो दो महीने तक बर्फ के अंदर फंसा रहने के बाद भी जिंदा बाहर निकल आया। यह व्यक्ति अपनी कार से दूर जंगल में शिकार करने के लिए निकला था। बियाबान जंगल में पहुंचने पर इसकी गाड़ी बर्फीले तूफान में बुरी तरह फंस गई। गाड़ी बर्फ से ढककर एक बड़े पत्थर जैसी हो गई। इसके पास कुछ खाने को तो नहीं था, अलबत्ता पिघली हुई बर्फ पीकर यह जिंदा बना रहा।
दो महीने बाद जब एक सफाईकर्मी ट्रैक पर जमा बर्फ को हटाने का काम कर रहा तो उसे पास के बड़े पत्थर के भीतर एक शीशे की झलक दिखाई दी। दरअसल, वह कार का शीशा था। उस सफाईकर्मी ने जब बर्फ को हटाया तो कार के भीतर बीमारी की हालत में आदमी को पाया।