सावधान : कहीं बाल कलर करना जरुरत तो नहीं बन गयी
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कोलकाता टाइम्स :
आज कल बाल कलर करवाना एक स्टाइल स्टेटमेंट बन गया है पर कुछ लागों के लिए यह जरुरत बन गई है। अगर बालों को सावधानी से कलर ना करवाया गया तो उनहें फायदे के बजाए नुकसान पहुंच सकता है। अगर आप भी बाल कलर करवाने का मन बना रही हैं और इस प्रयोग के फायदे और नुकसान को लेकर उलझन में हैं तो आइए हम आपकी इस उलझन को दूर करते हैं और बताते हैं बालों को कैसे कलर कराया जाए।
बालों को कलर करवाने के टिप्स:
- बालों को कलर करवाने से पहले आपको एलर्जी का ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि कई बार कुछ कलर या डाई बालों को नुकसान पहुंचा सकती है। ऐसे में यदि आपको अमोनियायुक्त डाई सूट न करें तो आप प्रोटीनयुक्त डाई का इस्तेमाल भी कर सकती हैं। इसके लिए आवश्यक है कि आप हेयर एक्सपर्ट से परामर्श लें।
- हेयर कलर कई तरह के होते हैं जैसे बरगंडी, डार्क ब्राउन, रेड कलर, नेचुरल, गोल्ड, चॉकलेट, चेरी ब्राउन, रेड इत्यादि। कलर का चयन करते समय आप हमेशा अपने व्यक्तित्व का ध्यान जरूर रखें।
- हेयर कलर करना कोई आसान कार्य नहीं है इसलिए किसी भी प्रकार के दुष्प्रभाव से बचने के लिए आपको पहली बार किसी अनुभवी व्यक्ति से ही बाल कलर करवाना चाहिए। यदि आपको किसी तरह की एलर्जी, डैंड्रफ या अन्य तकलीफ है, तो कलर करवाने से बचें।
- यदि आप बालों की पर्मिग या घुंघराले बालों को स्ट्रेट कराना चाहती हैं तो कलर करवाने के 15-20 दिनों के बाद ही ऐसा करवाएं। एक साथ दोनों काम कराने पर बालों पर केमिकल का दबाव अधिक पड़ता है। इससे बाल खराब हो सकते हैं।
- आमतौर पर हेयर कलर बालों में चमक लाने, नया लुक पाने, सफेद बालों की परेशानी को दूर करने, बालों को पहले से बेहतर बनाने और बालों में जान डालने के लिए किया जाता है। ऐसे में जरूरी है कि हेयर कलर हमेशा अच्छी क्वलिटी का ही प्रयोग करें।
- कलर करवाने के बाद कुछ सावधानियां बरते जैसे- बालों को कलर करवाने के लिए जरूरी है कि आप 4-5 महीने पहले बालों में मेहंदी न लगायें। तेज धूप पड़ने से बालों को बचाएं क्योंकि इससे बाल रुखे और रंग हल्के हो सकते हैं। बालों की माह में एक बार डीप कंडीशनिंग करें और प्रत्येक शैम्पू के बाद कंडीशनर का उपयोग करें।