July 5, 2024     Select Language
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बस इसी साल भोग ले कोविड, 23 में नहीं होगी स्वास्थ्य आपात स्थिति 

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कोलकाता टाइम्स : 
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि विश्व में कोविड रोधी टीकाकरण और दवाओं के वितरण की असमानताओं को शीघ्रता से दूर किया जाता है, तो इस वर्ष कोविड-19 वैश्विक महामारी से जुड़ी स्वास्थ्य आपात स्थिति यानी उससे होने वाली मौत, अस्पतालों में मरीजों के भर्ती होने और लॉकडाउन से निजात पाया जा सकता है.

विश्व आर्थिक मंच द्वारा ‘टीकों को लेकर असमानता’ पर आयोजित एक चर्चा के दौरान डॉ. माइकल रेयान ने कहा कि हम शायद इस वायरस को कभी खत्म ना कर पाएं, क्योंकि वैश्विक महामारी का रूप लेने वाले ऐसे वायरस अकसर अंत में पारिस्थितिकी तंत्र का हिस्सा बन जाते हैं. हमारे पास इस वर्ष जन स्वास्थ्य आपात स्थिति को समाप्त करने का मौका है, अगर हम वे करें, जिनके बारे में हम अभी तक बात कर रहे हैं.

डब्ल्यूएचओ ने अमीर और गरीब देशों के बीच कोविड-19 रोधी टीकाकरण में असमानता को एक भयावह नैतिक विफलता बताया है. कम आय वाले देशों में अभी तक 10 प्रतिशत से कम लोगों को कोविड-19 रोधी टीकों की पहली खुराक ही दी गई है. रेयान ने विश्व एवं व्यापारिक जगत के नेताओं की ऑनलाइन बैठक में कहा कि यदि टीकों और अन्य उपकरणों को उचित रूप से साझा नहीं किया गया, तो वायरस की त्रासदी, जिसने अब तक दुनिया भर में 55 लाख से अधिक लोगों की जान ली है, वह जारी रहेगी.  हमें अपनी अधिकतम आबादी का टीकाकरण करने की जरूरत है, ताकि इससे किसी की जान ना जाए.

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