इसकी कमी से बच्चों में मधुमेह का खतरा
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कोलकाता टाइम्स :
शरीर में विटामिन-डी की मात्रा कम होनें से न केवल बडों में हृदय संबंधी रोगों के होने का ख़तरा बढ़ सकता है बल्कि इसकी कमी से बच्चों में मधुमेह का भी असर होता है। नये अध्ययन में दावा किया गया है कि अगर मोटे बच्चों में भी विटामिन डी का स्तर कम है तो उनमें टाइप 2 मधुमेह विकसित होने का खतरा अधिक होता है। डलास स्थित यूनीवर्सिटी आफ टेक्सास साउथवेस्टर्न मेडिकल सेंटर के अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि निम्न विटामिन डी स्तर मोटे बच्चों में इंसूलिन प्रतिरोधक अधिक होता है। जिसका मतलब है कि वे खाद्य पदार्थों से शकर को उर्जा में तब्दील करने के लिए इंसूलिन का ठीक तरीके से प्रयोग नहीं कर सकते। टाइप 2 मधुमेह उस समय होता है जब शरीर में पर्याप्त मात्रा मे इंसूलिन नहीं बनता या जब कोशिकाओं में इंसूलिन के प्रति प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो जाती है।