November 23, 2024     Select Language
दैनिक

इनके ‘बोल-बचन’ के बगैर बॉलीवुड में ‘एंटरटेनमेंट’ ही नहीं 

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कोलकाता टाइम्स :

मेरे पास मां है…, रिश्ते में तो हम तुम्हारे बाप होते हैं… नाम है शहंशाह, ये लाइन्स सुनने के बाद हमें आपको बताने की ज़रूरत नहीं कि इन्हें बोलने वाला किरदार कौन है। ये तीनों संवाद तीन फिल्मों के हैं, लेकिन कलाकार एक ही है। इसके बावजूद इस कलाकार के तीनों अलग अवतार हमारी आंखों के सामने बड़ी आसानी से तैर जाते हैं। उन्हें याद करने के लिए दिमाग पर ज़ोर नहीं डालना पड़ता। दरअसल, यही डायलॉगबाज़ी की ताक़त होती है।

किसी भी फ़िल्म या किरदार की यूनीकनेस उसके संवादों से ही तो है, जिसके पीछे होते हैं संवाद लेखक या कहें असली डायलॉगबाज़।

From Once Upon A Time In Mumbaai to Azhar, 17 film dialogues by Rajat Arora  which prove no writer has more swag than him

रजत अरोरा

रजत अरोरा की ये यूएसपी है कि उनके संवाद दर्शकों को मुंह जुबानी याद रह जाते हैं। ‘डर्टी पिक्चर’ में विद्या बालन द्वारा बोला गया हिट डायलॉग फ़िल्में सिर्फ़ तीन चीज़ों से चलती है… entertainment, entertainment, entertainment  ख़ूब हिट रहा। फिर ‘वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई’ का संवाददुआओं में याद रखना  तो दर्शकों की ज़ुबान पर इस तरह चढ़ा कि वोह इसे आम बातचीत में भी इस्तेमाल करने लगे हैं। रजत की फ़िल्म ‘बादशाहो’ रिलीज़ हो चुकी है। इस फ़िल्म के संवाद भी दर्शकों को ख़ूब पसंद आ रहे हैं, जिनमें समय समय पर सबकी लेता है…सही समय पर सही जगह पर… समेत कई संवाद शामिल हैं।

Writing Is A Lonely And Thankless Job: Ritesh Shah - Nagaland Page

रितेश शाह

नो मीन्स नो होता है… फ़िल्म ‘पिंक’ का ये संवाद 5 शब्दों में पूरा हो जाता है, लेकिन दर्शकों पर इस संवाद ने लंबे समय तक असर किया। इस फ़िल्म के कई संवादों के लिए रितेश की ख़ूब वाह-वाही हुई। रितेश ने अब तक कई फ़िल्मों के लिए संवाद लेखन किया है, जिनमें ‘कहानी’, ‘कहानी 2’, ‘मदारी’ जैसी फिल्में प्रमुख हैं। उनकी आने वाली फिल्में हैं ‘रेड’ और ‘शेफ़’।

Himanshu Sharma - Wikipedia

हिमांशु शर्मा

बात जब भी आनंद एल राय की फ़िल्मों की होती है, तो हिमांशु शर्मा के बिना बात पूरी नहीं होती। ख़ुद आनंद स्वीकारते हैं कि हिमांशु के बिना वह अपनी फ़िल्मों की परिकल्पना नहीं कर सकते हैं। हमें अदरक पे इत्ता प्यार कभी नहीं आएगा, जितना उस वक़्त आने लगा जब ‘तनु वेड्स मनु’ में मनु जी के किरदार से उसकी तुलना हुई। रीबूक और रीबॉक से असली-नकली का फ़र्क बताने का इतना आसान आइडिया भला किसके पास था। मोहल्ले के उन लड़कों का प्यार भला हिमांशु से बढ़कर किसने इनती बारीकी से समझा होगा, जिस प्यार को अक्सर इंजीनियर और डॉक्टर उड़ा ले जाते हैं। ‘रांझणा’, ‘तनु वेड्स मनु’ और ‘तनु वेड्स मनु रिटर्न्स’ की कामयाबी में फ़िल्म के संवादों की अहम भूमिका रही। इन दिनों हिमांशु शाह रुख़ ख़ान की ड्वार्फ फिल्म की मेकिंग में व्यस्त हैं।

The Sky Is Pink Writer Juhi Chaturvedi Delves Into The Financial Struggle  Of Writers

जूही चतुर्वेदी

कांस्टिपेशन का नाम सुनते ही आप नाक-भौंह सिकोड़ने लगते हैं, मगर इस तकलीफ़ देने वाले शब्द के इर्द-गिर्द जूही ने बाप-बेटी के प्यारे से रिश्ते की कहानी बुन दी। ‘पीकू’ में अमिताभ और दीपिका पादुकोण की बांडिंग जूही ने संवादों के ज़रिए पेश की। शुजित सरकार के साथ लंबे समय से जुड़ी रहीं जूही ने ‘विक्की डोनर’ जैसी फ़िल्म की कहानी, पटकथा और डायलॉग्स को लिखा।

Nitesh Tiwari: Amid the lockdown, Nitesh Tiwari works on Ramayana's script  over group calls | Hindi Movie News - Times of India

नितेश तिवारी

नितेश तिवारी की फिल्म ‘दंगल’ ने सफलता के सारे रिकॉर्ड तोड़ डाले, लेकिन हकीकत यही है कि अपनी पहली फ़िल्म में ही उन्होंने अपनी लेखनी से प्रभावित किया था। फ़िल्म ‘चिल्लर पार्टी’ में बच्चों द्वारा बोले संवाद हिट हुए थे। फिर ‘भूतनाथ रिटर्न्स’ के कई संवाद पसंद किये गये। हाल ही में रिलीज़ हुई ‘बरेली की बर्फ़ी’ में नितेश ने श्रेयस के साथ मिलकर संवाद लिखे। बता दें कि नितेश ‘कौन बनेगा करोड़पति’ के प्रमोशनल विज्ञापनों के लिए कई सालों से लेखन करते आ रहे हैं।

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