सिर्फ 6 आमों ने बिगाड़ दिया इनका भूगोल
बाग में आम तोड़ने के बाद दो लोगों में उनका ठीक से बंटवारा नहीं हुआ तो मामला थाने तक पहुंच गया। पुलिस ने दोनों को अरेस्ट करके हवालात में डाल दिया और सारे आम भी जब्त कर लिए।
बनारस का किस्सा है। एक हैं रामजी यादव। उनके पड़ोस में रहते हैं, हकीम यादव। दोनों ने एक आम का पेड़ लगाया। उस पर दोनों का बराबर का हक था। फिर पेड़ में फल निकलने लगे।
एक दिन रामजी यादव के किसी रिश्तेदार ने पेड़ से 24 आम तोड़े। बंटवारे की बात आई तो उसने हकीम यादव को केवल 6 आम दिए। हकीम यादव भड़क गया। उसको अपने हिस्से के पूरे 12 आम चाहिए थे। खूब कहा-सुनी होने लगी। चार ये सुनाएं तो चौबीस वो। बात बहुत बढ़ गयी। हकीम ने पुलिस कंट्रोल रूम में शिकायत कर दी।
बात पुलिस तक पहुँच गयी । लड़ाई सुलझाने के लिए हकीम से बोले। भइया, तुम पेड़ से 6 और आम तोड़ लो। हिसाब बराबर हो जायेगा। हकीम ने एक बात नहीं मानी। उसको वही वाले 6 आम चाहिए थे। जो रामजी के रिश्तेदार ने पहले ही तोड़े थे। दोनों में से कोई भी मानने के लिए तैयार ही नही था। पाण्डेय सिर पकड़ के बैठ गए।
उसके बाद SDM को बुलवाना पड़ा। उन्होंने भी बहुत कोशिश की। बात निपट जाए। छोटा सा तो मामला है।आए दिन ऐसी बातें होती हैं। लेकिन ना रामजी सुनने को तैयार ना हकीम। SDM का दिमाग हुआ खराब। उन्होंने सारे आम अपने लिए रखवा लिए और सब-इंस्पेक्टर से दोनों को अरेस्ट करने को कहा। दोनों के खिलाफ FIR दर्ज कर दी गयी क्योंकि वो शांति भंग कर रहे थे।
ब फिलहाल रामजी यादव और उनके पड़ोसी हकीम यादव 6 आमों की वजह से हवालात में बंद हैं।