बड़ी सफलता : अब पुरुषों के लिए भी गर्भनिरोधक गोलियां!
पुरुष गर्भनिरोधक गोलियों को लेकर दो प्रयोग से पता चला है कि गोलियां साइड इफेक्ट किए बिना प्रभावी रूप से टेस्टोस्टेरोन को कम कर देती हैं. यह खुलासा एक नए अध्ययन में हुआ है. डीएसएयू और 11 बीटा-एमएनटीडीसी नामक दवाएं, प्रोजेस्टोजेनिक एण्ड्रोजन नामक दवाओं के एक वर्ग का हिस्सा हैं. ये दवाएं टेस्टोस्टेरोन को कम कर देती हैं, जिससे शुक्राणुओं की संख्या कम हो जाती है.
यूनिस कैनेडी श्राइवर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ चाइल्ड हेल्थ एंड ह्यूमन डेवलपमेंट में गर्भनिरोधक विकास कार्यक्रम के प्रमुख शोधकर्ता तामार जैकबसन ने कहा, ‘पुरुष गर्भनिरोधक विकल्प वर्तमान में पुरुष नसबंदी और कंडोम तक ही सीमित हैं, इसका मतलब की महिलाओं की तुलना में पुरुषों के पास कम विकल्प हैं.’ जैकबसन ने कहा, ‘एक प्रभावी, प्रतिवर्ती पुरुष गर्भनिरोधक विधि के विकास से पुरुषों और महिलाओं के लिए प्रजनन विकल्पों में सुधार होगा, अनपेक्षित गर्भावस्था को कम करके सार्वजनिक स्वास्थ्य पर एक बड़ा प्रभाव पड़ेगा और पुरुषों को परिवार नियोजन में तेजी से सक्रिय भूमिका निभाने की अनुमति देगा.’
टेस्टोस्टेरोन के स्तर को कम करने से आम तौर पर अप्रिय दुष्प्रभाव होते हैं, लेकिन अध्ययन में अधिकांश पुरुष दवाओं का उपयोग जारी रखने के इच्छुक थे, यह सुझाव देते हुए कि दुष्प्रभाव स्वीकार्य थे. अध्ययन में पाया गया, सक्रिय दवा लेने वाले 75 प्रतिशत पुरुषों ने कहा कि वे भविष्य में इसका उपयोग करने के इच्छुक होंगे,