कोरोना और मंकीपॉक्स नहीं अब पॉवासन वायरस की सोचिये, जानिए क्या हैं इसके लक्षण – Hindi
May 9, 2025     Select Language
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कोरोना और मंकीपॉक्स नहीं अब पॉवासन वायरस की सोचिये, जानिए क्या हैं इसके लक्षण

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कोलकाता टाइम्स : 
दुनिया अभी कोरोना वायरस और मंकीपॉक्स वायरस के खतरे से उबर नहीं पा रही है कि अब एक और वायरस ने दस्तक दे दी है. संयुक्त राज्य अमेरिका में स्वास्थ्य अधिकारियों ने टिक-जनित पॉवासन वायरस के संक्रमण से कनेक्टेट एक महिला की मौत की जानकारी दी है. राज्य के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, मरने वाली महिला की उम्र 90 वर्ष थी और वह न्यू लंदन काउंटी में रहती थी. वह मई की शुरुआत में इस वायरस की चपेट में आई थी और 17 मई को उसकी मौत हो गई. बताया गया है कि इस साल कनेक्टिकट में इस वायरस की चपेट में आने वाली वह दूसरी महिला थी. हालांकि अभी तक किसी की मौत नहीं हुई थी. आइए आपको बताते हैं इस वायरस से जुड़ी हर जानकारी.

एक्सपर्ट ने अपनी स्टडी में बताया है कि पॉवासन वायरस एक फ्लेवि वायरस है जो टिकों द्वारा प्रेषित होता है. पॉवासन वायरस ज्यादातर उत्तरी अमेरिका और रूस के सुदूर पूर्व में पाए जाते हैं. पॉवासन वायरस का नाम ओंटारियो के पॉवासन शहर के नाम पर रखा गया है, जहां पहली बार 1958 में एक युवा लड़के में इसकी पहचान की गई थी. बाद में उसकी इस वायरस से मौत भी हो गई थी. उत्तरी अमेरिका में जो पॉवासन वायरस पाए गए हैं उसके दो प्रकार होते हैं. एक है लाइनेज-1 और दूसरा है लाइनेज-2.

अमेरिकी स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि, वायरस से संक्रमित एक टिक के काटने से लोगों को पॉवासन वायरस की बीमारी हो सकती है. डीपीएच आयुक्त मनीषा जुथानी ने बताया कि, “यह घटना हमें याद दिलाती है कि अब टिक काटने को रोकने के लिए कार्रवाई करने की जरूरत है.”

पॉवासन वायरस से संक्रमित कई लोगों में कोई लक्षण देखने को नहीं मिले हैं, जबकि कई लोगों में इसके हल्के फुलके लक्षण ही दिखाई दिए हैं. डॉक्टरों की मानें तो इस वायरस से पीड़ित होने पर बुखार, सिरदर्द, उल्टी, कमजोरी, दौरे, एन्सेफलाइटिस, मेनिनजाइटिस आदि की समस्या होती है.

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