ख़ुशख़बरी : वैक्सीन की सिर्फ एक डोज से खत्म कर देगी एचआईवी

एचआईवी-एड्स का अभी तक कोई इलाज उपलब्ध नहीं है. दवाओं से हालांकि इस बीमारी को फैलने से रोका जा सकता है और एचआईवी संक्रमित व्यक्ति लंबे समय तक जिंदा रह सकता है. ये बीमारी एचआईवी यानी ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस से फैलती है. ये वायरस शरीर के इम्यून सिस्टम पर हमला करता है. अगर इसका इलाज न किया जाए तो एड्स हो सकता है. एक आंकड़े के मुताबिक, 2020 में दुनिया में करीब 3.7 करोड़ लोग इस बीमारी के शिकार थे. ये मुख्य रूप से असुरक्षित यौन संबंध बनाने, दूषित खून चढ़ाने, संक्रमित सीरिंज के इस्तेमाल और एचआईवी संक्रमित गर्भवती मां से उसके बच्चे में फैलती है.
इस लाइलाज बीमारी का तोड़ निकालने के लिए डॉ. आदि बार्जेल की अगुआई में वैज्ञानिकों की टीम ने बी सेल्स का इस्तेमाल किया. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, ये सेल्स हमारे शरीर में वायरस और खतरनाक बैक्टीरिया से लडऩे के लिए एंटीबॉडी पैदा करते हैं.