‘मौत का पूल’ का चौंकाने वाला खुलासा, जो भी गया नहीं बच पाया जिंदा

लाइव साइंस से बात करते हुए चीफ रिसर्चर सैम पर्किस ने कहा कि ब्राइन पूल पृथ्वी पर सबसे चरम वातावरण में से हैं और कोई भी जानवर जो ब्राइन में जाता है वो हैरान रह जाता है या फिर मारा जाता है. उन्होंने आगे बताया कि मछली, झींगा और ईल शिकार के लिए इस जगह का इस्तेमाल करते हैं. सैम पर्किस ने कहा, ‘जब तक हम पृथ्वी पर जीवन की सीमाओं को नहीं समझते, यह निर्धारित करना मुश्किल होगा कि क्या विदेशी ग्रह किसी जीवित प्राणी की मेजबानी कर सकते हैं.’ शोधकर्ताओं के अनुसार, इस तरह के एक पूल की खोज से वैज्ञानिकों को यह पता लगाने में मदद मिलेगी कि पृथ्वी पर महासागरों का पहला रूप कैसे था.
यह नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (एनओएए) के वैज्ञानिकों द्वारा अटलांटिक महासागर के तल पर कई रहस्यमय छिद्रों की खोज के ठीक एक हफ्ते बाद आया है. वे अब इन छिद्रों की संभावित उत्पत्ति पर अपनी परिकल्पना प्रस्तुत करने के लिए दुनिया भर के इंटरनेट यूजर्स से मदद मांग रहे हैं.