अब चूहे को रख सकेंगे अपना ड्राइवर! इस यूनिवर्सिटी में दी जा रही है खास ट्रेनिंग
रिपोर्ट के मुताबिक, चूहे जो ‘कारें’ चला रहे हैं, वे खाली प्लास्टिक के बक्सों से बनी हैं, लेकिन चूहों में वाहन चलाने का स्किल डेवेलप करना अपने आप में एक उपलब्धि है. रिचमंड विश्वविद्यालय में केली लैम्बर्ट इन छोटी कारों को बनाते हैं. कारें पारदर्शी प्लास्टिक के बक्से से बनी होती हैं और इनमें एल्यूमीनियम फर्श होते हैं. कार के अंदर तीन तांबे की छड़ें हैं जिन्हें चूहे छू सकते हैं. जब भी चूहा एक बार को छूता है, तो वह एक सर्किट पूरा करता है और कार चलती है. बाईं ओर का बार कार को बाईं ओर ले जाता है, जबकि दाईं ओर का बार कार को दाईं ओर ले जाता है.
लैम्बर्ट और उनके सहयोगियों ने छह मादा और चार नर चूहों का इस ट्रायल के लिए चयन किया और उन्हें इन कारों को चलाने के लिए ट्रेंड किया. उन्हें कार आगे बढ़ाने के लिए खाने का लालच दिया गया. यानी कार के आगे खाना रखा गया, जिसे हासिल करने की चाह में वह कार के अंदर कमांड देते हैं और कार चलती है.