धर्मगुरु के संन्यास लेते ही 300 समर्थक घायल, इराक में बढ़ी हिंसा
इराक की सेना ने बढ़ते तनाव को शांत करने और झड़पों की आशंका को दूर करने के लिए से सोमवार को शहर भर में कर्फ्यू की घोषणा कर दी है. आपको बता दें इराक पहले से ही राजनीतिक संकट का सामना कर रहा है.
इराक की सरकार में गतिरोध तब से आया है जब धर्मगुरु मुक्तदा अल-सद्र की पार्टी ने अक्टूबर के संसदीय चुनावों में सबसे अधिक सीटें जीती थी लेकिन वह बहुमत तक नहीं पहुंच पाए थे. उन्होंने आम सहमति वाली सरकार बनाने के लिए ईरान समर्थित शिया प्रतिद्वंद्वियों के साथ बातचीत करने से इनकार कर दिया था. इससे पहले भी अल-सद्र के समर्थकों ने जुलाई में सद्र विपक्षियों को सरकार बनाने से रोकने के लिए संसद में घुस गए और चार सप्ताह से अधिक समय से धरने पर बैठे हैं. उनके गुट ने संसद से इस्तीफा भी दे दिया है.