रूस ने एक बार फिर भारत के लिए कह दी ऐसी बात कि चीन-पाकिस्तान को लगा तेज झटका
लावरोव ने पश्चिमी देशों पर यूक्रेन के रूसी-नियंत्रित क्षेत्रों में उनके संघ का हिस्सा बनने पर आयोजित जनमत संग्रह पर अड़ंगा लगाने का भी आरोप लगाया. रूसी विदेश मंत्री ने कहा कि युद्ध के आसपास के संकट बढ़ रहे थे और अंतरराष्ट्रीय स्थिति तेजी से बिगड़ रही थी, लेकिन एक ईमानदार बातचीत करने और समझौता करने के बजाय, पश्चिम अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों में विश्वास को कम कर रहा था और नकारात्मक प्रवृत्तियों को प्रोत्साहित कर रहा था. यही स्थिति संयुक्त राष्ट्र की भी थी.
उन्होंने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका पूरी दुनिया को अपने पीछे यानी अपने कंट्रोल में रखना चाहता है. वह अपने सहयोगियों को ही नहीं, बल्कि अपने विश्व दृष्टिकोण से असंतुष्टों को दंडित कर रहा है, जिसे उन्होंने अवैध एकतरफा प्रतिबंध कहा है. यह संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन है.