इस शहर में ऐसा खतरनाक हुआ प्रदूषण, वर्क फ्रॉम होम की सलाह
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कोलकाता टाइम्स :
दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता सूचकांक खतरनाक स्तर पर 400 के पार गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है. इसके बाद वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने ग्रेप 3 लागू करते हुए यहां सभी निर्माणकार्यों पर रोक लगा दी है. आयोग ने महत्वपूर्ण विभागों रेलवे स्टेशनों, मेट्रो, अस्पतालों, हवाई अड्डे आदि को इन प्रतिबंधों से बाहर रखा है.
दिल्ली में इस सीजन में वायु गुणवत्ता अपने सबसे अधिक सूचकांक पर है. आयोग ने शनिवार को ग्रेप को वर्ग दो से बढ़ाकर वर्ग तीन में कर दिया है. आयोग ने एनसीआर में लागू ग्रेप की सख्ती और बढ़ा दी है. आयोग ने अपील की है कि संभव हो तो वर्क फ्रॉम होम करें या वायु प्रदूषण ना फैलाने वाले परिवहन साधनों का उपयोग करें.
आयोग ने अपील की है कि लोग सार्वजनिक परिवहन का प्रयोग करें या शेयर राइड का उपयोग करें. इसके अतिरिक्त साइकिल का उपयोग या पैदल भी चल सकते हैं. अगर आपका कार्य प्रभावित ना हो तो आप वर्क फ्रॉम होम भी कर सकते हैं. ईंधन के विकल्प के लिए लकड़ी या कोयला ना जलाएं. दिवाली के बाद दिल्ली-एनसीआर की हवा बेहद खराब श्रेणी में है. जिससे इसका असर यहां लोगों की सेहत पर पड़ रहा है. विशेषज्ञों की मानें तो फिलहाल सुबह तड़के सैर करने से बचें. मास्क लगाकर रखें और दिन में एक-दो बार अपने आसपास क्षेत्रों में पानी का छिड़काव करें.
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के आंकड़ों के मुताबिक आज दोपहर में दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराबÓ श्रेणी में 381 थी. दिल्ली विश्वविद्यालय क्षेत्र में हवा की गुणवत्ता 399 ‘बहुत खराबÓ श्रेणी में रही. जबकि मथुरा रोड पर यह 380 और आनंद विहार इलाके में यह सबसे अधिक 457 गंभीर श्रेणी में रही. जानकारी के मुताबिक गुरुग्राम में वायु गुणवत्ता सूचकांक 349 श्रेणी में रहा. नोएडा में गंभीर श्रेणी में 411 दर्ज किया गया.
हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में होने के चलते लोगों को सांस लेने में कठिनाई और आंखों में जलन होने की शिकायत की. सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के अनुसार दिल्ली में स्थानीय सतही हवाएं अगले तीन दिनों के लिए 6 से 8 किमी प्रतिघंट घंटा की रफ्तार से चलेंगी.