जीते अर्जेंटीना या फ्रांस, लड़ाई वह भी इस नकली ट्रॉफी के लिए, क्योंकि …
फुटबॉल दुनिया की सबसे ज्यादा देखी जाने वाली लीग है. आज (18 दिसंबर को) अर्जेंटीना और फ्रांस के बीच फाइनल मुकाबला खेला जा रहा है. फ्रांस और अर्जेंटीना दोनों ही तीसरी बार खिताब जीतने के लिए मैदान पर उतरेगी, लेकिन फीफा वर्ल्ड कप की ओरजिनल ट्रॉफी किसी भी टीम को नहीं दी जाएगी. इसकी कहानी बहुत ही दिलचस्प है. आइए जानते हैं, इसके बारे में.
फीफा वर्ल्ड कप 2022 के फाइनल मुकाबले में अर्जेंटीना जीते या फ्रांस, लेकिन किसी टीम को ओरजिनल ट्रॉफी घर ले जाने की इजाजत नहीं होती है. फीफा के अधिकारी केवल जश्न मनाने के लिए ये ट्रॉफी देते हैं. बाकी समय ये ट्रॉफी ज्यूरिख स्थित फीफा के हेडक्वार्टर में रखी रहती है. विजेता टीम को घर ले जाने के लिए कांस्य की बनी हुई ट्रॉफी दी जाती है, जिस पर सोने की परत चढ़ी होती है.
फीफा वर्ल्ड कप की शुरुआत 1930 में हुई थी. तब खिताब जीतने वाली टीम को जो ट्रॉफी दी जाती थी. उसका नाम जूल्स रिमेट ट्रॉफी था. बाद में 1970 तक यही ट्रॉफी प्रदान की जाती रही है. लेकिन साल 2005 में फीफा ने नियम बनाया कि वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम ट्रॉफी को अपने साथ नहीं ले जा सकती है.
फीफा वर्ल्ड कप की ट्रॉफी दुनिया की सबसे महंगी स्पोर्ट्स ट्रॉफी होती है. इसकी कीमत 144 करोड़ है और ये 18 कैरेट सोने से बनी है और इसका वजह लगभग 6 किलोग्राम (13 पाउंड) है. वहीं, इसकी ऊंचाई 37 सेंटीमीटर से कुछ कम है. ये देखने में की पीले रंग की है. फीफा वर्ल्ड कप 2022 का खिताब जीतने वाली टीम को 346 करोड़ रुपये दिए जाएंगे. वहीं, उपविजेता टीम को 248 करोड़ रुपये मिलेंगे.