तीन-तीन शादियां, रेखा से प्यार, फिर भी इनकी जिंदगी बेहद गमगीन  – Hindi
May 5, 2025     Select Language
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तीन-तीन शादियां, रेखा से प्यार, फिर भी इनकी जिंदगी बेहद गमगीन 

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कोलकाता टाइम्स :

पनी सहज अभिनय शैली, शालीन सी मुस्कान और अपनी बोलती आंखों की चमक से लाखों लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाने वाले अभिनेता विनोद मेहरा 70-80 के दशक के एक महत्वपूर्ण एक्टर रहे हैं! महज 45 साल की उम्र में समय ने इस जादुई अभिनेता को हमसे छीन लिया था! सौ से ज्यादा फ़िल्मों में अपने अभिनय का जलवा दिखा चुके विनोद का निधन 30 अक्टूबर 1990 को हार्ट अटैक के कारण हो गया था! लेकिन, आज भी सिनेमा के दीवाने उन्हें याद करते नहीं अघाते।

विनोद मेहरा का जन्म 13 फरवरी 1945 को पंजाब के अमृतसर में हुआ था। उस दौर में विनोद मेहरा की दीदी शारदा फ़िल्मों में सह अभिनेत्री की भूमिकाएं निभाया करती थीं। विनोद मेहरा की उम्र उस वक़्त महज 13 साल की थी जब उन्हें फ़िल्म ‘रागिनी’ में एक बाल कलाकार के रूप में काम करने का मौका मिला।बालक विनोद ने अपनी सहजता से सबका दिल जीत लिया और उन्होंने बाल कलाकार के रूप में उसके बाद कई फ़िल्में कीं। इसके बावजूद उनका मन कभी एक्टर बनने को नहीं हुआ।

साल 1965 की बात है जब विनोद मेहरा एक बड़े प्राइवेट कंपनी में मार्केटिंग की जॉब करने लगे थे। तभी उनके कुछ दोस्तों ने उन्हें एक प्रतियोगिता में भाग लेने को उकसाया। दरअसल, एक ‘ऑल इंडिया टैलेंट कॉन्टेस्ट’ होना था, जिसमें देश भर से नौजवान हिस्सा ले रहे थे। विजेता के लिए फ़िल्म से लेकर मॉडलिंग तक के रास्ते बड़ी ही आसानी से खुल जाते। आख़िरकार, दोस्तों के मनाने के बाद विनोद मेहरा ने इस प्रतियोगिता में हिस्सा ले ही लिया। एक से एक स्मार्ट, डैशिंग और हैंडसम नौजवानों के बीच विनोद ने बाजी मार ही ली थी लेकिन, फाइनल राउंड में उन्हें दूसरे स्थान से ही संतोष करना पड़ा! इस टैलेंट कांटेस्ट के विजेता बने थे-राजेश खन्ना, जो बाद में देश के पहले सुपरस्टार बने। विनोद दूसरे नंबर पर रहे!

विनोद ने बाल कलाकार के बाद एक युवा अभिनेता के रूप में अपना बॉलीवुड सफ़र साल 1971 में आई फ़िल्म ‘एक थी रीता’ से शुरू किया। जैसा कि ऊपर आपने पढ़ा कि उनकी दिलचस्पी हीरो बनने में नहीं थी। लेकिन, एक बार फिर उन्होंने अपनी दोस्तों की बात मानी और एक रेस्तरां में जब उन्हें एक निर्माता-निर्देशक ने फ़िल्म ऑफर की तो वो इस फ़िल्म से जुड़ गए। उसके बाद विनोद मेहरा ने तमाम स्थापित अभिनेताओं के बीच अपनी एक मजबूत जगह बनाई।

विनोद मेहरा के फ़िल्मी कैरियर की गाड़ी रफ़्तार से चल रही थी। लेकिन, उनकी मां को अब उनकी शादी की चिंता सताने लगी। विनोद अपनी मां से बहुत प्यार करते थे और उन्होंने उनकी पसंद की लड़की मीना ब्रोका से शादी भी कर ली। लेकिन, शादी के कुछ ही दिनों के बाद उन्हें पहला दिल का दौरा पड़ा और वो बाल-बाल बच गए। लेकिन, जल्द ही उनका दिल अपनी हीरोइन बिंदिया गोस्वामी पर आ गया। उन्होंने बिना पहली पत्नी को डिवोर्स दिए बिंदिया से शादी कर ली। Bollywood Hot Actresses Photos: Bindiya Goswami Bollywood Hot Actress  Photos Biography Videos Wallpapers 2011लेकिन, पहली पत्नी ने बाद में उन्हें डिवोर्स दे दिया!

विनोद मेहरा और बिंदिया का रिश्ता ठीक ही चल रहा था कि एक दिन बिंदिया गोस्वामी ने डायरेक्टर जे पी दत्ता से शादी करने के लिए उन्हें तलाक दे दिया। बहरहाल, विनोद मेहरा ने तीसरी शादी किरण से 1988 में की थी और इस शादी के दो साल बाद ही उनकी डेथ हो गयी। किरण के विनोद से तब दो छोटे बच्चे भी थे! बेटा रोहन और बेटी सोनिया। ये दोनों बच्चे आज अभिनय की दुनिया में सक्रिय हैं!

Rekha And Vinod Khanna Tragic Love Story Details, Know What Happened When  She Stepped In Sasural | जब विनोद मेहरा से शादी कर रेखा गईं थीं ससुराल, सास  ने उठा दिया था

गौरतलब है कि विनोद मेहरा और रेखा के प्यार के किस्सों ने भी खूब सुर्खियां बटोरी हैं! ख़बरों की मानें तो विनोद मेहरा ने रेखा से शादी की थी। यह शादी कोलकाता में हुई थी। इसके बाद विनोद मेहरा, रेखा को अपने घर ले गए। लेकिन, विनोद मेहरा की मां कमला मेहरा ने रेखा को बहू के रूप में स्वीकार नहीं किया।

बताते हैं कि कमला को रेखा के अतीत के बारे में पता था कि वह बिन-ब्याही मां की बेटी हैं। इसलिए कमला ने रेखा को घर में घुसने ही नहीं दिया। ऐसे में विनोद मेहरा भी कुछ कर नहीं पाए और यह रिश्ता टूट गया। हालांकि, रेखा और विनोद मेहरा की शादी का कोई सबूत नहीं है। रेखा भी इस बात का खंडन कर चुकी हैं। एक इंटरव्यू में रेखा ने शादी की ख़बर को अफवाह बताते हुए विनोद मेहरा को अपना शुभचिंतक बताया था।

पर्दे पर विनोद मेहरा की जोड़ी सबसे ज्यादा मौसमी चटर्जी के साथ पसंद की गयी। मोहम्मद रफ़ी उनके पसंदीदा गायक रहे और ‘गुरुदेव’ उनकी आखिरी रिलीज़ फ़िल्म थी जो उनकी मौत के तीन साल बाद आई थी! विनोद मेहरा ‘अमर प्रेम, ‘अनुरोध, ‘अनुराग’, घर’, ‘स्वर्ग नरक’, कुंवारा बाप’, ‘अमर दीप’, ‘नागिन’ आदि फ़िल्मों के लिए हमेशा याद किये जाते रहेंगे!

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