रूस की धज्जियाँ उड़ने इस लेपर्ड को पाने के लिए यूक्रेन हुआ बैचेन
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कोलकाता टाइम्स :
जर्मनी के विदेश मंत्री ने रविवार को कहा कि अगर पोलैंड अपने लेपर्ड 2 टैंकों को यूक्रेन भेजना चाहता है तो उनकी सरकार रास्ते में नहीं आएगी. जर्मनी का यह रुख कीव के लिए बड़ी राहत है जो रूस के आक्रमण युद्ध में अपने लिए टैंक चाहता है. बता दें यूक्रेनी अधिकारी महीनों से पश्चिमी सहयोगियों से आधुनिक जर्मन निर्मित टैंकों की सप्लाई करने की अपील कर रहे हैं.
रॉयटर्स के मुताबिक यह पूछे जाने पर कि क्या होगा यदि पोलैंड आगे बढ़े और जर्मन अनुमोदन के बिना अपने Leopard 2 टैंक भेजे, विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक ने फ्रांस के एलसीआई टीवी पर कहा, ‘फिलहाल सवाल नहीं पूछा गया है, लेकिन अगर हमसे पूछा गया तो हम रास्ते में खड़े नहीं होंगे.’
बेयरबॉक की टिप्पणी रविवार को पेरिस में एक शिखर सम्मेलन में जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ की टिप्पणियों से आगे बढ़ती हुई दिखाई दी, जिसमें कहा गया था कि हथियारों की डिलीवरी पर सभी निर्णय संयुक्त राज्य सहित सहयोगियों के साथ समन्वय में किए जाएंगे.
Leopard 2 को यूक्रेन जाने देने के लिए जर्मनी पर भारी दबाव रहा है. लेकिन स्कोल्ज़ की सोशल डेमोक्रेट पार्टी परंपरागत रूप से सैन्य भागीदारी और अचानक कदमों से सावधान रहती है जो मॉस्को को और आगे बढ़ा सकती है.
जर्मन रक्षा मंत्री बोरिस पिस्टोरियस ने रविवार को कहा कि उन्हें टैंकों पर जल्द ही निर्णय की उम्मीद है, हालांकि उन्होंने सावधानी बरती. पिस्टोरियस ने एआरडी टीवी से कहा कि जर्मनी जल्दबाजी में फैसला नहीं करेगा क्योंकि सरकार के पास जर्मन आबादी की सुरक्षा के लिए घरेलू परिणामों सहित कई कारकों पर विचार करना था.
बता दें यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने पूर्व ब्रिटिश प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन के साथ अपनी रविवार की बैठक में टैंकों के लिए लंबे समय से चली आ रही अपनी दलील को दोहराया. जॉनसन कीव के दौरे पर थे.
ज़ेलेंस्की ने अपनी वेबसाइट पर एक बयान के अनुसार कहा, ‘हमें और अधिक हथियारों की आवश्यकता है: टैंक, विमान, लंबी दूरी की मिसाइलें.‘