दुनिया की तबाही देर नहीं बता रही यहां ज्यादातर हिस्से पर बर्फ नहीं होना, एक्सपर्टस भी हुये परेशान
इसके साथ ही इसने न्यूनतम बर्फ होने के पिछले साल के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया. पिछले साल 25 फरवरी को सबसे कम 19.2 लाख वर्ग किलोमीटर बर्फ दर्ज की गई थी. बयान में कहा गया है कि यह सिर्फ दूसरा साल है जब अंटार्कटिक सागर में बर्फ का स्तर 20 लाख वर्ग किलोमीटर से कम हुआ है. एनएसआईडीसी के मुताबिक पिछले साल बर्फ का न्यूनतम स्तर 18 फरवरी से तीन मार्च के बीच दर्ज किया गया था और इस तरह इसमें और कमी आने की आशंका है. बयान में कहा गया कि बर्फ पिघलने का मौसम खत्म होने में कुछ और हफ्ते बचे हैं और सालाना न्यूनतम स्तर और नीचे जाने की आशंका है. टार्कटिक तट के ज्यादातर हिस्से पर बर्फ नहीं है.
NSIDC यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो बोल्डर कोऑपरेटिव इंस्टीट्यूट फॉर रिसर्च इन एनवायरनमेंटल साइंसेज का हिस्सा है. यह सहकारी समझौते के जरिए नेशनल ओशिएनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (एनओएए) के नेशनल सेंटर्स फॉर एनवायरनमेंटल इन्फॉर्मेशन से जुड़ी है. NSDIC के मुताबिक दिसंबर के मध्य से समुद्री बर्फ का स्तर पिछले साल के पिघले मौसम के स्तर से काफी कम है. एक पॉजिटिव दक्षिणी एनुलर मोड के कारण औसत से ज्यादा तेज हवाएं आई हैं.