5 हजार लोगों की मौत की जिम्मेदारी अब पीएम पुष्प कमल के हाथ, SC में होगी पेशी
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कोलकाता टाइम्स :
नेपाल के प्रधानमंत्री के खिलाफ मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में एक रिट याचिका दायर की गई थी, जिसमें देश में एक दशक से चल रहे माओवादी विद्रोह के दौरान 5,000 लोगों की हत्या के लिए जिम्मेदार होने के लिए उन्हें गिरफ्तार करने का आदेश देने की मांग की गई थी। मालूम हो कि यह याचिका उनके एक पुराने बयान के मामले में दर्ज की गई है, जिसमें दहल ने स्वीकार किया था कि देश में उग्रवाद के दौरान पांच हजार लोगों की मौत हुई थी।
सुप्रीम कोर्ट के सूत्रों ने कहा कि अधिवक्ता ज्ञानेंद्र अरन और माओवादी उग्रवाद के अन्य पीड़ितों द्वारा दायर याचिका मंगलवार को दर्ज की गई थी, जिसमें कहा गया था कि कल्याण बुधाथोकी द्वारा एक और रिट पंजीकरण प्रक्रिया में थी।
प्रचंड ने काठमांडू में एक माघी उत्सव समारोह को संबोधित करते हुए कहा, ‘मुझ पर 17,000 लोगों की हत्या का आरोप है, जो सच नहीं है। हालांकि, मैं संघर्ष के दौरान 5,000 लोगों की हत्या की जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार हूं।’ उन्होंने आगे कहा कि इससे वो पीछे नहीं हटेंगे और ना ही इसकी जिम्मेदारी से वो भागेंगे। इसके अलावा, दहल ने यह भी कहा कि वह सशस्त्र संघर्ष के दौरान हुई सभी अच्छी और बुरी चीजों की जिम्मेदारी लेंगे।
सीपीएन (माओवादी सेंटर) के अध्यक्ष ‘प्रचंड’ ने 15 जनवरी, 2020 को कहा था कि दशक तक जिस माओवादी पार्टी ने माओवादी आंदोलन चलाया, उसका नेता होने के नाते वह 5000 मौतों की जिम्मेदारी लेंगे और सरकार को बाकी मौतों की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।