7 डे कश्मीर की इन जगहों पर, वेकेशन बन जाएगा यादगार
श्रीनगर पहुंचने के लिए सबसे उत्तम राह वायुमार्ग है। आसान शब्दों में कहें तो आप फ्लाइट से श्रीनगर जा सकते हैं। इससे समय की बचत होगी। साथ ही थकान भी नहीं होगी। श्रीनगर पहुंचने के बाद आप आसपास की खूबसूरत जगहों पर घूमने जा सकते हैं। साथ ही डल झील में शिकारा राइड का आनंद ले सकते हैं। इसके अलावा, सूर्यास्त के समय डल झील की खूबसूरती देखने लायक होती है। इसका साक्षी जरूर बनें।
दूसरे दिन-सोनमर्ग
श्रीनगर में दूसरे दिन नाश्ता करने के बाद सोनमर्ग जाएं। श्रीनगर से सोनमर्ग की दूरी तकरीबन 80 किलोमीटर है। आप सड़क मार्ग के जरिए ढाई घंटे में सोनमर्ग पहुँच सकते हैं। यहां आप कृष्णसर झील घूमने जा सकते हैं।
तीसरे दिन-गुलमर्ग
तीसरे दिन आप घूमने के लिए गुलमर्ग जा सकते हैं। गुलमर्ग स्की ड्राइविंग के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है। बड़ी संख्या में पर्यटक गुलमर्ग घूमने आते हैं। साथ ही गुलमर्ग में आप आसपास की खूबसूरत जगहों पर जा सकते हैं।
चौथे दिन आप पहलगाम की सैर कर सकते हैं। पहलगाम घने जंगलों, खूबसूरत झीलों और फूलों की खूबसूरती के लिए जाना जाता है। श्रीनगर से पहलगाम की दूरी 95 किलोमीटर है। अगर संभव हो तो पहलगाम में रूककर आप सितारों के बीच कश्मीर की खूबसूरती देख सकते हैं।
पांचवें दिन-बेताब घाटी
ऐसा कहा जाता है कि फिल्म बेताब की शूटिंग बेताब घाटी में हुई थी। इसके लिए जगह को बेताव घाटी कहा जाता है। अमरनाथ यात्रा बेताब घाटी से शुरू होती है। आप खूबसूरत फोटोशूट बेताब घाटी में कर सकते हैं। अगर आप आपके पास पर्याप्त समय है, तो लिद्दर हिमनदी घूमने जा सकते हैं।
छठे दिन- श्रीनगर
आप छठे दिन लौटने की तैयारी कर सकते हैं। इस दौरान आप छठें दिन दोपहर तक पहलगाम में रुक सकते हैं। इसके बाद श्रीनगर के लिए प्रस्थान कर सकते हैं। रास्ते में आप अवंतीपुरा में जरूर रुकें। अवंतीपुरा में भगवान शिव और विष्णु का प्राचीन मंदिर स्थित है। इस मंदिर का निर्माण 9 वीं सदी में हुआ है।
सातवें दिन-वैष्णो देवी
आप वायुमार्ग के जरिए मां वैष्णो देवी धाम पहुंच सकते हैं। अगर आप सनातनी अनुयायी हैं, तो मां का दर्शन अवश्य करें। साथ ही उनका आशीर्वाद जरूर पाएं। मां की महिमा का गुणगान दुनियाभर में है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु माता के दर पर आते हैं।