सालों पुरानी मांग को मान रेलवे ने ट्रेनों से हटाया हरी झंडी दिखाने वाले Guard
रेलवे की तरफ से इस बारे में सभी जोन के जनरल मैनेजर को पहले ही लिखित में सूचना दी जा चुकी है. इस बदलाव को रेलवे की तरफ से लागू भी किया जा चुका है. रेलवे कर्मचारियों की तरफ से पदनाम को बदलने की लंबे समय से मांग की जा रही थी. रेलवे के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर इस बारे में जानकारी दी गई थी. कर्मचारियों की तरफ से पिछले करीब 18 साल से गार्ड का पदनाम बदलने की मांग की जा रही थी. पदनाम को बदलने की की जा रही मांग के पीछे उनका तर्क था कि गार्ड का काम केवल सिग्नल के लिए झंडी और टार्च दिखाना ही नहीं है. इसके अलावा भी गार्ड की ई जिम्मेदारियां होती हैं.
रेलवे की तरफ से गार्ड का पदनाम तो बदल गया है. लेकिन गार्ड की जिम्मेदारियों में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है. ट्रेन में यात्रियों की जरूरत पूरा करने के अलावा पार्सल सामग्री का निष्पादन, यात्री सुरक्षा और ट्रेन की देख-रेख की जिम्मेदारी भी गार्ड पर ही होगी. इसलिए पदनाम बदलने की मांग को रेलवे ने मान लिया.