February 23, 2025     Select Language
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पानी पीने से यह नहीं किया तो गये आप 

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कोलकाता टाइम्स : 
सुबह-सुबह पानी पीना सेहत के लिए अच्छा होता है, कोई कहता है खाने के बीच में पानी बिल्कुल भी न पिएं…पानी को लेकर सबकी अपनी-अपनी कहानी है। लेकिन एक्सपर्ट का कहना कुछ और है। बड़े हों या बच्‍चे, हर किसी के लिए जरूरी है पानी। विभिन्न कोशिकाओं के निर्माण, टॉक्सिंस से मुक्ति और शरीर का तापमान नियंत्रित करने में पानी की अहम भूमिका होती है।
जल के माध्यम से ही पूरे शरीर में पोषक तत्व जैसे कि विटामिन, मिनरल और ग्लूकोज प्रवाहित होते हैं। खाना खाने के बाद उसे पचाने की क्रिया में पानी की अहम भूमिका होती है।
जब शरीर की लगभग सभी आवश्यक क्रियाओं के लिए पानी की जरूरत होती है, तो यह जानना बेहद जरूरी है कि हमें रोजाना कितना पानी पीना चाहिए? साथ ही पानी से जुड़े कुछ और तथ्यों के बारे में भी हमें जानना चाहिए, जिसको लेकर अक्सर हमारे मन में सवाल उठते रहते हैं।
खाने के बीच में पानी नहीं 
खाना खाने के बीच में या तुरंत बाद पानी पीने से बचना चाहिए। इससे खाना पचाने में सहायक गैस्ट्रिक जूस हल्के हो जाते हैं, जिससे खाना सही प्रकार से पचने में परेशानी होती है। बेहतर होगा कि खाना खाने के कम-से-कम दस मिनट बाद ही पानी पिया जाए।
ज्यादा-से-ज्यादा पानी पिएं
12 गिलास पानी पीना हर किसी के लिए संभव नहीं है, लेकिन अपनी क्षमता के अनुसार अधिक से अधिक पानी पीने से शरीर की सभी गतिविधियां सामान्य रूप से चलती हैं और हमारी सेहत सलामत रहती है।
जवां त्वचा का राज पानी
ज्यादा पानी पीने से त्वचा में पर्याप्त नमी बनी रहती है और उसकी चमक बरकरार रहती है। हालांकि त्वचा की खूबसूरती में खानपान, मौसम, और अनुवांशिकता जैसे कारकों की भी भूमिका होती है, लेकिन पानी सबसे अहम तत्व है।
पानी पियो, वजन घटाओ
पानी पीने और वजन कम होने के पीछे मुख्य वजह यह है कि पानी में वसा, कैलोरी और कोलेस्ट्राॅल तीनों नहीं होता। साथ ही यह प्राकृतिक रूप से भूख कम करने का काम करता है।
कई शोधों से यह बात सामने आई है कि कम मात्रा में पानी पीने से वसा शरीर में इक्ट्ठा हो जाती है। इस अतिरिक्त वसा को कम करना है, तो ज्यादा मात्रा में पानी पिएं। पर, ध्यान रखें कि एक बार में ही अधिक मात्रा में पानी न पिएं, इससे वाटर इंटॉक्सिकेशन होने की आशंका रहती है, साथ ही किडनी पर भी दबाव बढ़ेगा। इसलिए थोड़ी-थोड़ी मात्रा में पानी पिएं।
टॉक्सिन्स से मुक्ति
अगर शरीर में पर्याप्त मात्रा में पानी रहेगा, तो भोजन और शरीर की विभिन्न रासायनिक क्रियाओं से उत्पन्न होने वाले टॉक्सिन्स पानी के जरिए शरीर से बाहर निकल जाते हैं और शरीर इन टॉक्सिन्स के दुष्प्रभाव से बचा रहता है।
हर रोज कितना पानी 
एलएनजेपी अस्पताल की डाइटीशियन डॉ. किरण दीवान कहती हैं, ‘रोजाना कम-से-कम 10-12 गिलास पानी पीना चाहिए। हम जितना अधिक पानी पीते हैं, शरीर उतना ही डी-टॉक्सिफाई होता है। पानी किसी भी रूप में पीना चाहिए, चाहे वह ग्रीन टी हो, सूप हो, नारियल पानी हो या फिर शर्बत। सिर्फ कोक और बाजार वाली कोल्ड ड्रिंक्स के सेवन से बचना चाहिए। अगर जंक फूड खाया है, तो पानी खूब पिएं। इससे जंक फूड में मौजूद ज्यादा नमक पानी के रास्ते शरीर से बाहर निकल जाता है।

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