आखिर चीन भारत के आगे हार ही गया, पीछे छूटा 142 करोड़ के आगे
रिपोर्ट में ताजा आंकड़े डेमोग्राफिक इंडिकेटर्स की श्रेणी में दिए गए हैं. यह पहली बार है कि भारत की जनसंख्या 1950 के बाद से चीन से आगे निकल गई है जब संयुक्त राष्ट्र ने जनसंख्या डेटा एकत्र करना और जारी करना शुरू किया था. यूएनएफपीए के मीडिया सलाहकार अन्ना जेफरीज ने बताया, हां, यह स्पष्ट नहीं है कि भारत ने चीन को कब पीछे छोड़ा है.
जेफरीज ने कहा, दरअसल दोनों देश की तुलना करना काफी कठिन है. क्योंकि दोनों देशों के डाटा कलेक्शन में थोड़ा अंतर है. उन्होंने कहा कि इस रिपोर्ट में यह साफ है कि चीन की आबादी पिछले साल अपने चरम पर पहुंच गई और अब इसमें गिरावट आने लगी है. वहीं भारत की आबादी फिलहाल बढ़ रही है. हालांकि भारत की आबादी के ग्रोथ रेट में भी 1980 के बाद से गिरावट देखी जा रही है. इसका मतलब यह है कि भारत की आबादी बढ़ रही है लेकिन इसकी दर पहले के मुकाबले अब कम हो गई है.