वैवाहिक जीवन में तनाव की स्थिति
जिस प्रकार कर्क राशि का स्वामी चंद्र प्रत्येक सवा दो दिन में अपनी राशि बदल लेता है, जिस प्रकार हर दिन चंद्र की कलाएं घटती-बढ़ती हैं, ठीक उसी प्रकार इस वर्ष कर्क राशि के जातकों के अंतरंग संबंधों में भी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। और यह उतार-चढ़ाव सकारात्मक और नकारात्मक दोनों हो सकता है। इस वर्ष आप प्रेम के मामलों में किसी धोखाधड़ी के शिकार हो सकते हैं। इसलिए जिससे भी जुड़े पहले उसके बारे में पूरी तरह आश्वस्त हो लें। वर्ष के प्रारंभ में मंगल की दृष्टि पंचम पर होने से प्रेम और वैवाहिक जीवन में तनाव और टकराव की स्थिति बन सकती है।
अक्टूबर के बाद सुखद पलों में वृद्धि होगी : संबंधों में क्रोध की प्रबलता रहने से सोचने-समझने की शक्ति कमजोर होगी और रिश्ते में अनावश्यक टकराव पैदा होगा। अप्रैल तक उठापटक जारी रहेगी उसके बाद बृहस्पति का राशि परिवर्तन होते ही संबंधों में सुधार होने लगेगा। पार्टनर से प्रेम बढ़ेगा। दांपत्य में मधुरता आने लगेगी और आप पार्टनर के साथ मनोरंजक यात्रा पर जाएंगे। अक्टूबर के बाद सुखद पलों में वृद्धि होगी। अविवाहित विवाह बंधन में बंध सकते हैं जिन्हें प्रेम प्राप्त नहीं हुआ है उनके जीवन में प्रेम आ सकता है।