40 के बाद भी दिखना है 16, महिलाएं खाएं ये एस्ट्रोजन बढ़ाने वाले फ़ूड
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कोलकाता टाइम्स :
एस्ट्रोजन एक नेचुरल हार्मोन है जो पुरुषों और महिलाओं दोनों में ही पाया जाता है। एस्ट्रोजन की सही मात्रा मेंटेन करना दोनों के लिये ही जरुरी है लेकिन पुरूषों के मुकाबले महिलाओं को एस्ट्रोजन की आवश्यकता ज़्यादा होती है। उन्हें इसकी जरुरत अपने शरीर के कुछ आतंरिक कार्यों के लिए होती है।
गर्भावस्था और मेनोपॉज के समय एस्ट्रोजन हार्मोन की मात्रा घट जाती है। यह हार्मोन आपकी त्वचा में चमक भरता है और आपको जवां दिखने में मदद करता है। एस्ट्रोजन का लेवल ना तो शरीर में बहुत ज्यादा होना चाहिए और ना ही बेहद कम। पीरियड्स के दौरान महिलाओं के शरीर में अंडाशय इस हार्मोन को रिलीज करता हैं। इस हार्मोन का बढ़ना या घटना महिलाओं के व्यवहार को बहुत प्रभावित करता है। इसके कारण उन्हें अचानक मूड स्विंग्स हो सकते हैं। यह प्रजनन कार्यों रिप्रोडक्टिव सिस्टम, यूरिनरी ट्रेक्ट फंक्शन के लिए भी जिम्मेदार होता है। इसके अलावा यह त्वचा, बालों और हड्डियों के स्वास्थ्य को भी नियंत्रित करता है।
कुछ खाद्य पदार्थ हैं जो एस्ट्रोजन से भरपूर होते हैं। आप इन्हें आहार में शामिल कर सकते हैं।
बीज : बीज जैसे फ्लेक्स सीड्स और तिल के बीज एस्ट्रोजन के अच्छे स्रोत हैं। इनमें डाइटरी फाइबर, ओमेगा -3 फैटी एसिड होते हैं। इनके सेवन से शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रित रहता हैं। ये फाइटोएस्ट्रोजन का अच्छे स्रोत हैं। इसके अलावा, शरीर को फिट रखने के लिए इन बीजों में विटामिन, फाइबर और मिनरल होता है।
नट्स मेवे : सूखे मेवे जैसे, सूखी खुबानी, अखरोट, पिस्ता, खजूर और मुनक्के रोज खाएं। ये शरीर में एस्ट्रोजन के स्तर को संतुलित करने में मदद कर सकते हैं। अगर एस्ट्रोजन बढ़ भी गया है तो यह उसे भी बैलेंस कर देंगे।
सोया प्रोडक्ट्स : सोया प्रोडक्ट्स जैसे सोयाबीन, सोया दही, सोया दूध आदि एस्ट्रोजन के अच्छे स्रोत हैं। यह मासिक धर्म के दौरान होने वाली ऐंठन से राहत दिलाते हैं और मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में भी मदद करता है। इसलिए शरीर में एस्ट्रोजेन के स्वस्थ स्तर को बनाए रखने के लिए आहार में सोया प्रोडक्ट्स को शामिल करना चाहिए।
अनाज : अनाज जैसे गेहूं, जौ, राई, जई, आदि में एस्ट्रोजन या फाइटोएस्ट्रोजन पाया जाता है जिसे लिग्नान कहते है। यह महिलाओं को मूड स्विंग्स से दूर रखने में मदद करता है और दिल के स्वास्थ्य को नियंत्रित करता है। फिट रहने के लिए अनाज को अपने आहार में जरुर शामिल करें।
मटर खाएं : मटर का सेवन करके आप आसानी से अपने शरीर में एस्ट्रोजन की मात्रा में वृद्धि कर सकते हैं। इसमें फाइटोएस्ट्रोजन का काफी अच्छा स्तर होता है एस्ट्रोजन युक्त ऐसे कई खाद्य पदार्थ होते हैं, जिनमें कई प्रकार के खनिज पदार्थ जैसे मैग्नीशियम, आयरन और पोटैशियम तथा कई बार प्रोटीन भी होते हैं।
मटर: फाइबर से भरपूर तथा विटामिन सी के अच्छे स्त्रोत होते हैं। ये आपके शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करने के साथ ही शरीर में फाइटोएस्ट्रोजन की मात्रा भी बढ़ाते हैं। इससे आपका शरीर तंदुरुस्त रहता है और रजोनिवृत्ति तथा इसके बाद की अवश्था के काफी कम लक्षणों का आपको शिकार होना पड़ता है।
काबुली चने : काबुली चने फाइटोएस्ट्रोजन का काफी अच्छा स्त्रोत होते हैं। काबुली चने फाइबर और प्रोटीन से भरपूर होते हैं। और इसमें मौजूद फाइबर और प्रोटीन की वजह से आपका पेट भी भरा हुआ रहता है। सिट्रिक फ्रूट टमाटर, गाजर, संतरे और नींबू ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करना काफी आवश्यक है जिनमें विटामिन सी की मात्रा समाई हुई हो। आप इन सारे खाद्य पदार्थों का पकाकर सेवन कर सकते हैं। इन्हें कच्चा भी खाया जा सकता है, क्योंकि इनमें से ज़्यादातर फल होते हैं।
इसके अलावा, स्वस्थ और फिट रहने के लिए आपको रोजाना लहसुन का सेवन करना चाहिए। एस्ट्रोजन मूड को अच्छा रखने और महिला के अच्छे स्वास्थ्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। इसलिए, आपको रोजाना एस्ट्रोजेन समृद्ध खाद्य उत्पादों का सेवन करना चाहिए।