मा के बाद किंग गैंग, ढूंढ रहा पूरा चीन
कोलकाता टाइम्स :
चीन की व्यवस्था को अगर आप ध्यान से देखें तो राजनेताओं, अभिनेताओं और बड़े बड़े बिजनेसमैन के गायब होने का इतिहास रहा है. इस कड़ी में एक और नाम चीन के विदेश मंत्री किन गैंग का जुड़ गया है। पिछले तीन हफ्तों से किन गैंग किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में नजर नहीं आए हैं. किन का इतने समय तर सार्वजनिक कार्यक्रमों से दूर रहने की वजह से सीपीसी में पारदर्शिता पर सवाल उठ खड़ा हुआ है. वैसे सीपीसी के बारे में माना जाता है कि वहां एक ही शख्स की चलती है. उसकी मर्जी के बगैर कोई और कुछ भी नहीं बोल सकता. अगर बात किन की करें तो 25 जून से वो लापता हैं. आखिरी बार उन्हें येवगिनी प्रिगोझिन के मसले पर देखा गया था जब वो रूस के डिप्टी विदेश मंत्री एंड्रयू रुडेंको के साथ मंच साझा कर रहे थे.
चीनी विदेश मंत्रालय ने तब कहा था कि वो स्वास्थ्य संबंधी वजह से कार्यक्रमों में शामिल नहीं हुए लेकिन किसी तरह की विस्तृत जानकारी देने से मना कर दिया. उसके बाद चीन के शीर्ष अधिकारियों से जब इस विषय पर सवाल किया जाता है तो वो चुप्पी साध लेते हैं.अब जबकि चीन के बड़े अधिकारी इस मुद्दे पर कुछ नहीं बोल रहे हैं तो इस तरह के अफवाहों का बाजार गर्म हो गया कि शी जिनपिंग से उनके रिश्ते सामान्य नहीं रह गए हैं। किन एक डिप्लोमैट रहे हैं जिन्हें शी जिनपिंग का आशीर्वाद हासिल था. यही नहीं सीसीपी में भी उनका दबदबा था. हाल के दिनों में किन की पहचान वूल्फ वॉरियर के तौर पर हुआ. तियानजिन के रहने वाले किन का संबंध चीनी विदेश मंत्रालय से साल 1980 से रहा है. विदेश मंत्री बनने से पहले उन्होंने अलग अलग भूमिका में चीन का प्रतिनिधित्व किया था. वो यूके और यूएस में राजदूत भी रहे. किन का मानना रहा है कि अगर चीनी राजनयिकों का सामना सियार या भेड़ियों से होता है तो उनके सामने अपने देश की रक्षा के अलावा और कोई विकल्प नहीं है.