महंगाई का झटका, काबू पाने का रास्ता… गवर्नर ने कही यह बात
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कोलकाता टाइम्स :
देशभर में इस समय महंगाई चरम पर पहुंच गई है. खाने-पीने का सामान हर दिन महंगा होता जा रहा है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से इस बारे में जानकारी दी गई है. RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को खाद्य कीमतों में बढ़ोतरी को मुद्रास्फीति पर काबू पाने के रास्ते में जोखिम बताया है. उन्होंने कहा कि ऐसे झटकों में कमी लाने के लिए आपूर्ति सुधारने के लिए समयबद्ध प्रयासों की जरूरत है. दास ने ‘ललित दोषी स्मृति व्याख्यान’ देते हुए कहा कि सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी का झटका अल्पकालिक है और मौद्रिक नीति मौजूदा झटकों के शुरुआती प्रभावों को कम करने के लिए इंतजार कर सकती है. हालांकि, उन्होंने कहा कि आरबीआई इसके लिए सजग रहेगा कि इन आघातों के दूसरे दौर के प्रभाव न सामने आएं.
आपको बता दें सब्जियों की बढ़ती कीमतों से आम जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है. फिलहाल 140-180 रुपये प्रति किलो बिकने वाले टमाटर का भाव अब 50 से 80 रुपये प्रति किलो के लेवल पर आ गया है. वहीं, अब प्याज की कीमतों में भी इजाफा देखने को मिल रहा है.
शक्तिकांत दास ने कहा, “खाद्य कीमतों में बार-बार हो रही बढ़ोतरी का झटका मुद्रास्फीति अपेक्षाओं को स्थिर करने के लिए जोखिम पैदा करता है. खाद्य कीमतों में बढ़ोतरी का दौर सितंबर, 2022 से ही चल रहा है.”
सितंबर से सब्जियों की मुद्रास्फीति दर काफी धीमी हो जाएगी. सब्जियों और अनाजों की बढ़ती कीमतों के कारण जुलाई में खुदरा मुद्रास्फीति बढ़कर 7.44 फीसदी हो गई जो 15 महीनों में सबसे अधिक है.