July 4, 2024     Select Language
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डकैत से पुतिन का साम्राज्य हिलाने वाला प्रिगोजिन की रोंगटे खरे कर देनी वाली कहानी

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कोलकाता टाइम्स : 
ज से ठीक दो महीने पहले वैगनर चीफ प्रिगोजिन ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह का ऐलान किया था, मगर दो महीने बाद एक प्लेन दुर्घटना में उनकी मौत हो गई है। द गार्जियन की रिपोर्ट में कहा गया है, कि “रूसी विमानन प्राधिकरण रोसावियात्सिया ने कहा है, कि प्रिगोजिन बुधवार शाम को दुर्घटनाग्रस्त हुए एम्ब्रेयर बिजनेस जेट पर सवार होने वाले यात्रियों में से एक थे।” हालांकि अभी तक दुर्घटना के पीछे का कारण स्पष्ट नहीं है।
गनर प्रमुख को आखिरी बार एक वीडियो में देखा गया था, जिसे उन्होंने इस सप्ताह की शुरुआत में जारी किया था। इस वीडियो में उन्होंने अफ़्रीका में होने का दावा किया, जहां असफल विद्रोह के बाद से उनके लोग ट्रांसफर हो गए हैं। यह अभी तक पुष्टि नहीं हुई है, कि वीडियो कब शूट किया गया था और क्या वह इस वीडियो को शूट करने के बाद रूस लौट आए थे। तो, आईये जानते हैं, कि येवगेनी प्रिगोजिन कौन थे और उन्होंने दुनिया की सबसे बड़ी परमाणु महाशक्ति कैसे हासिल की?
जेल में गुजर रही थी प्रिगोजिन की जिंदगी 1 जून 1961 को लेनिनग्राद, यूएसएसआर (अब सेंट पीटर्सबर्ग, रूस) में जन्मे येवगेनी प्रिगोजिन रूस के सबसे अमीर और सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों में से एक थे। लेकिन, एक कारोबारी बनने से पहले प्रिगोजिन अपनी जिंदगी का एक बड़ा हिस्सा जेल में गुजार चुके थे।
द गार्जियन के अनुसार, 1980 की शुरुआत में जब वह किशोर थे, तब उनपर कई डकैतियों में शामिल होने का आरोप था और उन्हें 13 साल जेल की सजा सुनाई गई थी। वह 1990 में जेल से बाहर आ गये, क्योंकि उस वक्त तत्कालीन सोवियत संघ पतन के कगार पर था। सोवियत संघ के पतन के समय प्रिगोजिन ने अपना खुद का व्यवसाय शुरू किया और शुरुआत में वो सेंट पीटर्सबर्ग में हॉट डॉग बेचने लगे। उनका ये काम स्ट्रीट फुड विक्रेता की तरह था। लेकिन, कुछ ही समय में प्रिगोजिन ने कई रेस्टोरेंट खोल लिए और फिर वो कई सुपरमार्केट के मालिक बन गये। आखिरकार साल 1995 में उन्होंने रेस्टोरेंट और कैटरिंग कंपनियों का एक नेटवर्क स्थापित कर लिया, जिसमें कॉनकॉर्ड कैटरिंग नामक प्रसिद्ध सेंट पीटर्सबर्ग स्थित कंपनी भी शामिल थी।
सोवियत संघ के पतन के बाद, रूस के उपजाऊ आर्थिक माहौल में, तेजी से बढ़ते खाद्य सेवा उद्योग में पैसा बनाने की बहुत गुंजाइश थी, जिससे रूसियों को उन विलासिताओं से परिचित कराया जा सके, जिनसे उन्हें पूर्ववर्ती कम्युनिस्ट शासन में इनकार कर दिया गया था। जल्द ही, येवगेनी प्रिगोजिन देश के सबसे धनी व्यक्तियों में से एक बन गये थे। बड़े-बड़े लोगों से दोस्ती जैसे-जैसे प्रिगोजिन का व्यवसाय बढ़ता गया, वैसे-वैसे रूसी शासक वर्ग से उसकी निकटता भी बढ़ती गई। कॉनकॉर्ड कैटरिंग, रूस की सेना सहित विभिन्न रूसी सरकारी संस्थाओं के बीच बेहद लोकप्रिय हो गई। प्रिगोजिन स्वयं एक ऐसे व्यक्ति थे, जो जानते थे कि सत्ता में बैठे लोगों के साथ कैसे “व्यवहार” करना है। उस समय उन्हें जानने वाले एक व्यवसायी ने द गार्जियन को बताया, कि साल 2001 में जब व्लादिमीर पुतिन सत्ता में आए, तब तक प्रिगोजिन रूस के अमीर और शक्तिशाली लोगों की पसंद के कैटरर थे। उस व्यवसाई ने बताया, कि “अगर उन्हें किसी से कुछ चाहिए, तो वह किसी भी व्यक्ति को खुश करने के लिए खुद को तैयार कर लेते थे। यह निश्चित रूप से उनकी प्रतिभाओं में से एक था।”

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