अमेरिका के इस कदम ने जेलेंस्की को पुतिन के सामने घुटने टेकने को किया मजबूर ?
कोलकाता टाइम्स :
अमेरिकी संसद ने सरकारी कामकाज के सुचारू संचालन के लिए एक अनुदान विधेयक को मंजूरी दे दी है, जिसमें युद्धग्रस्त यूक्रेन को दी जाने वाली आर्थिक मदद में कटौती की गई है. संसद के इस फैसले से, अमेरिका की ओर से यूक्रेन को दी जाने वाली मदद पर खतरा मंडराने लगा है. हालांकि यूक्रेन समर्थक सांसदों का कहना है कि वे हार नहीं मानेंगे.
फिर भी, कई सांसदों ने स्वीकार किया है कि यूक्रेन को दी जाने वाली सहायता को संसद से मंजूरी दिलाना कठिन होता जा रहा है क्योंकि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है. रिपब्लिकन पार्टी के सांसद मदद का विरोध कर रहे हैं. इस सप्ताह संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा में अनुदान विधेयक पर मतदान होने के बाद आगे की राह मुश्किल होने के संकेत मिल रहे हैं.
प्रतिनिधि सभा में रिपब्लिकन पार्टी के आधे सदस्यों ने यूक्रेन को हथियार खरीदने और सैनिकों को प्रशिक्षित करने के लिए दी जाने वाली 30 करोड़ अमेरिकी डॉलर की मदद के खिलाफ मतदान किया. हालांकि बाद में अलग से इस धनराशि को मंजूरी दे दी गई, लेकिन यूक्रेन को सहायता देने का विरोध करने वालों की संख्या बढती जा रही है.
इसके बाद शनिवार को प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष और कैलिफॉर्निया से रिपब्लिकन पार्टी के सांसद केविन मैकार्थी ने 17 नवंबर तक सरकारी कामकाज चालू रखने के लिए पारित अनुदान विधेयक में से यूक्रेन को दी जाने वाली अतिरिक्त सहायता में कटौती कर दी. ऐसा करके उन्होंने उस लंबित पैकेज को रोक दिया, जिसके तहत यूक्रेन को छह अरब अमेरिकी डॉलर दिए जाने हैं.
अमेरिकी संसद के इस कदम से, रूस के खिलाफ युद्ध में यूक्रेन को अमेरिका की ओर से मिल रहे अटूट समर्थन में धीरे-धीरे बदलाव के संकेत मिल रहे हैं और इससे स्पष्ट हो गया है कि रिपब्लिकन पार्टी यूक्रेन को और मदद मुहैया कराने के पक्ष में नहीं है.