हिजबुल्लाह को नेतन्याहू ने याद कराया वह रूह कंपाने वाली मंजर
कोलकाता टाइम्स :
हमास की मदद की आड़ में हिजबुल्लाह भी इजरायल पर हमले कर रहा है. जवाब में बीते कई दिनों से हिजबुल्लाह के कमांडर एक-एक कर मौत के घाट उतारे जा रहे हैं. इस बीच, इजरायल ने सख्त लहजे में लेबनान को कहा है कि हम पूरी ताकत से हमला करेंगे और ये लेबनान के लिए तबाही होगी. इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि मैं अभी आपको नहीं बता सकता कि हिजबुल्लाह पूरी तरह से युद्ध में शामिल होने का फैसला कर चुका है या नहीं. लेकिन अगर हिजबुल्लाह लड़ाई में कूदने का फैसला करता है, तो वह दूसरे लेबनान युद्ध के लिए तैयार रहे और यह उनकी सबसे बड़ी गलती होगी. हम उन पर ऐसा हमला करेंगे जैसा उन्होंने सोचा भी नहीं होगा. हिजबुल्लाह और लेबनान की पूरी तबाही होगी.
अब सवाल ये भी है कि आखिर हिजबुल्लाह को लेकर दुनिया क्यों परेशान हो रही है तो उसके पीछे है हिजबुल्लाह की ताकत, उसकी सोच, उसका एजेंडा. हिजबुल्लाह को बेहद घातक और मारक माना जाता है. इजरायल-हमास की लड़ाई में अगर हिजबुल्लाह पूरी तरह से घुसा तो उसकी एंट्री गेमचेंजर साबित हो सकती है. ऐसा कहने के पीछे कई ठोस कारण हैं.
जान लें कि हिजबुल्लाह का अर्थ होता है पार्टी ऑफ गॉड. हिजबुल्लाह लेबनान में एक राजनीतिक और अर्द्ध सैन्य संगठन के रूप में जाना जाता है. लेबनान में इसकी शिया राजनीतिक दल के तौर पर पहचान है. लेबनानी संसद में राजनीतिक दल के बतौर इसके 62 सदस्य भी हैं. लेबनान के गृहयुद्ध के दौरान 1982 में हिजबुल्लाह की स्थापना हुई थी. अमेरिका की ओर से हिजबुल्लाह को आतंकी संगठन घोषित किया जा चुका है.