July 1, 2024     Select Language
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इन खास फिलिस्तानी कैदियों को रिहा करने के लिए इजरायल  खास समझौता 

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कोलकाता टाइम्स : 
मास 7 अक्टूबर के हमले के दौरान बंधक बनाए गए लोगों में से 50 को छोड़ेगा. बदले में,  इजरायल कम से कम 150 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा और छह सप्ताह से अधिक की बमबारी, भारी लड़ाई और विनाशकारी घेराबंदी के बाद गाजा पट्टी में अधिक मानवीय सहायता की अनुमति देगा. बड़ा सवाल यह है कि वे फिलिस्तीनी कैदी कौन से हैं जिन्हें इजरायल रिलीज करने जा रहा है.

हमास ने बुधवार को कहा कि संबंधित फिलिस्तीनी कैदियों में महिलाएं और बच्चे हैं. वहीं इजरायली सरकार ने बुधवार को संभावित रिहाई के लिए 300 फ़िलिस्तीनी कैदियों की एक सूची प्रकाशित की. अधिक नामों की सूची समझौते के संभावित दूसरे चरण को देखते हुए जारी की गई.

सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक इस लिस्ट में कैदियों की उम्र और उन आरोपों का भी जिक्र है जिनके लिए उन्हें पकड़ा गया. इनमें- ‘पत्थर फेंकना’ और ‘क्षेत्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचाना’ सबसे आम हैं. इसके अलावा अवैध आतंकवादी संगठनों का समर्थन करने, अवैध हथियार के आरोप, उकसावे और हत्या के प्रयास के आरोपी शामिल हैं. कुछ लोगों को हमास और अन्य इस्लामी आतंकवादी समूहों के सदस्यों के रूप में सूचीबद्ध किया गया है, लेकिन कई कैदियों को किसी भी संगठन से संबंधित के रूप में सूचीबद्ध नहीं किया गया है.

सीएनएन के मुताबिक रिहाई के योग्य सूचीबद्ध अधिकांश फ़िलिस्तीनी कैदी 16 से 18 वर्ष की आयु के पुरुष किशोर हैं- (संयुक्त राष्ट्र की परिभाषा के तहत बच्चे. कुछ 14 वर्ष से कम उम्र के भी हैं. लगभग 33 महिलाएं हैं.

फिलिस्तीनी बंदियों और पूर्व-कैदियों के मामलों के आयोग के प्रमुख कादुरा फारेस ने कहा, ‘वर्तमान में लगभग 8,300 फिलिस्तीनी कैदी इजरायली जेलों में बंद हैं.

फारेस ने बताया कि इनमें से 3,000 से अधिक लोगों को ‘प्रशासनिक हिरासत’ में रखा जा रहा है,  इसका मतलब है कि उन्हें उनके खिलाफ आरोपों को जाने बिना और चल रही कानूनी प्रक्रिया के बिना उन्हें पकड़ा गया है. उन्होंने बताया कि अधिकांश कैदी पुरुष हैं, साथ ही हिरासत में लगभग 85 महिलाएं और 350 बच्चे भी हैं.

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