November 23, 2024     Select Language
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आराम खत्म, मार्च बता रहा बदन पर पड़ेंगे फफोले 

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कोलकाता टाइम्स : 
क्या ग्लोबल वॉर्मिंग और अल नीनो की वजह से इस साल भी रिकॉर्डतोड़ गर्मी पड़ेगी. बता दें कि पिछले साल भी मार्च में भीषण गर्मी पड़ने लगी थी और तापमान 40 डिग्री के करीब पहुंच गया था.

दरअसल, पिछले साल हर महीने तापमान के नए रिकॉर्ड बने और दिसंबर तक लोग ठंड का इंतजार करते रहे. पहाड़ों पर बर्फबारी नहीं हुई और घूमने जाने वालों को निराशा हाथ लगी. जनवरी के दूसरे सप्ताह में कड़ाके की ठंड का अहसास होना शुरू हुआ. फरवरी शुरू होते ही कई राज्यों में बारिश शुरू हो गई और लगा कि सर्दी अब ज्यादा सताएगी. लेकिन, हुआ बिल्कुल इसके उल्टा और बारिश के बाद तापमान बढ़ गया.

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में रविवार (4 फरवरी) को हल्की बारिश हुई. साथ ही पूरे दिन बादल छाया रहा और सूरज के दर्शन भी नहीं हुए.  इसके बावजूद न्यूनतम तापमान बढ़कर 11.9 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया, जो इस मौसम के औसत से 3 डिग्री अधिक है. इस दौरान कुछ इलाकों में सुबह के समय कोहरा भी रहा, लेकिन फिर भी ठंडक कम हो गई. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, अधिकतम तापमान भी 20 डिग्री के आसपास दर्ज किया गया.

इस साल भयंकर गर्मी झेलने को तैयार हो जाइए, क्योंकि आने वाले दिनों में तापमान तेजी से बढ़ सकता है. इसको लेकर हाल ही में संयुक्त राष्ट्र ने भी चेतावनी दी थी और कहा था कि इस साल अल नीनो की वजह से रिकॉर्ड तोड़ने वाले 2023 की तुलना में अधिक गर्मी पड़ सकती है. इसके साथ ही यूएन ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए कार्बन उत्सर्जन में भारी कटौती की अपील भी की थी. यूएन ने यह भी कहा था कि ग्लोबल वार्मिंग की वजह से अल नीनो जैसी मौसमी घटनाओं के कारण सामान्य से अधिक गर्मी पड़ने की संभावना है.

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