ऐसे राज छिपे हैं 4300 साल पुराने इस मकबरे में कि खोलते ही उड़ गये होश
मकबरे की दीवारों पर पाए गए शिलालेखों से मालूम होता है कि यह कब्र सेनेब-नेब-अफ नाम के एक व्यक्ति और उसकी पत्नी इडेट की है. इनमें कहा गया है कि इडेट हाथोर (कामुकता, मातृत्व और संगीत से जुड़ी एक देवी) की पुजारिन थी. सेनेब-नेब-अफ ने शाही महल में कई पदों पर काम किया था जिसमें किरायेदारों के प्रशासन से निपटना शामिल था.
मकबरे वाली जगह पर खुदाई को जर्मन आर्कियोलॉजिकल इंस्टीट्यूट के स्टीफन सीडलमेयर कर रहे हैं. उन्होंने लाइव साइंस को बताया कि यह जान पाना मुश्किल है कि सेनेब-नेब-अफ असल में क्या-क्या करते थे. उन्होंने कहा कि पास में मौजूद एक शहर को महल से कंट्रोल किया जाता था. हो सकता है कि उसने तय किया हो कि वहां किसे रहना है और वही उनके लिए पैसों का इंतजाम करता हो. मकबरे की तारीख का अंदाजा शिलालेखों की स्टाइल से लगाया गया.