आकाश में जासूसी का सपना आकाश में बिखरा, किम जोंग का प्लान हुआ फेल
बता दें प्योंगयांग ने घोषणा की थी कि वह 4 जून तक एक उपग्रह लॉन्च करने की कोशिश करेगा, जो कक्षा में उसका दूसरा जासूसी उपग्रह होगा. इस घोषणा के कुछ ही घंटों के बाद सैटेलाइट लॉ़न्च करने की कोशिश की गई.
पिछले साल दो अन्य भीषण दुर्घटनाओं के बाद, यह लॉन्च परमाणु-सशस्त्र उत्तर कोरिया की नवीनतम विफलता बन गया. हालांकि नवंबर में इसने अपना पहला जासूसी उपग्रह सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित किया था.
उत्तर कोरिया के नेशनल एयरोस्पेस टेक्नोलॉजी एडमिनिस्ट्रेशन के उप महानिदेशक ने राज्य मीडिया द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा, ‘नए सैटेलाइट करियर का लॉन्च उस समय नाकाम हो गया जब पहले चरण की उड़ान के दौरान यह बीच हवा में फट गया.’