पीएम से एक मुलाकात ने बदल दी इस बिजनेस टाइकून की डूबती किस्मत, बताया सच
कोलकाता टाइम्स :
इकोनॉमिक टाइम्स से बातचीत में एयरटेल के फाउंडर सुनील भारती मित्तल ने बताया कि साल 2018 की बात है उस समय कंपनी अस्तित्व के संकट का सामना कर रही थी. लेकिन सितंबर 2018 में पीएम मोदी के साथ हुई एक मुलाकात एयरटेल के लिए अहम साबित हुई.
मित्तल ने ईटी को बताया कि एयरटेल उस समय बाजार में आई नई कंपनी रिलायंस जियो की तरफ से दी जाने वाली फ्री वॉयस और डेटा सर्विस और टेलीकॉम रेग्युलेटरी के कई फैसलों से जूझ रहा था. सुनील भारती मित्तल ने बताया कि सितंबर 2018 में मैं प्रधानमंत्री से मिलने गया था. मैं उस समय भी GSMA का चेयरमैन था…उसी समय इंटरनेशनल चैंबर्स ऑफ कॉमर्स के चेयरमैन के पद से हटा था, वहां पर मैं कभी-कभी प्रधानमंत्री जी को WTO, G20 और दूसरे मामलों पर जानकारी देता था.
उन्होंने ईटी को बताया इस मुलाकात के दौरान ही मैंने उनसे हिम्मत करके इंडियन टेलीकॉम इंडस्ट्री पर बात करने की परमिशन मांग ली. मैंने उनसे बताया कि चीजें बहुत खराब चल रही हैं और हालात दिन पर दिन बदतर होते जा रहे हैं. पीएम मोदी के साथ हुई मीटिंग को याद करते हुए उन्होंने बताया उस दौरान हम दोनों ने हिंदी में बात की थी. इस मित्तल ने टेलीकॉम इंडस्ट्री पर चर्चा करते हुए अपनी कंपनी की हालत बयां करते हुए कहा था ‘मैं बाजार में लड़ूंगा, लेकिन मैं सरकार से नहीं लड़ सकता.’ इस पर ‘उन्होंने (पीएम मोदी) मुझसे कहा कि सरकार किसी की भी तरफ नहीं झुकेगी. देश के लिए जो अच्छा होगा वह किया जाएगा. आप बाजार में लड़ें. उस पर मेरा कोई विचार नहीं है. लेकिन यह तय है कि सरकार किसी का पक्ष नहीं लेगी.’ मित्तल ने कहा, मैं वहां से उठा और उन्हें धन्यवाद किया. यह मेरे और कंपनी के लिए काफी था…यही एयरटेल के लिए निर्णायक मोड़ रहा.
आपको बता दें 27 मई को एयरटेल का मार्केट कैप बढ़कर 100 बिलियन डॉलर को पार कर गया. मित्तल ने बताया कि उन्हें पीएम मोदी के साथ हुई उस मीटिंग से जबरदस्त एनर्जी और इंस्पिरेशन मिली. कई बार आपको इंस्पिरेशन की जरूरत होती है. मुझे प्रधामंत्री जी की तरफ से इसकी जरूरत थी. प्रधानमंत्री की तरफ से इस दौरान मुझे विशेष संदेश दिया गया, वो था बाजार में लड़ो.