वीजा-टैक्स में चीन भारत में कर रही बड़ी गड़बड़ी, एजेंसियों का खुलासा
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कोलकाता टाइम्स :
हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय खुफिया और वित्तीय जांच एजेंसियों ने यह भी पाया कि 2020 से पहले ई-वीजा योजना का बड़े पैमाने पर दुरुपयोग हुआ. इसके चलते कुछ चीनी नागरिक न केवल अनिवार्य वीजा नवीनीकरण के बिना भारत में रुके, बल्कि इन्होंने अरुणाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर जैसे सीमावर्ती राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की यात्रा भी की.
रिपोर्ट के अनुसार मामले से जुड़े तीन मंत्रालयों के अधिकारियों ने नाम न जाहिर करने की की शर्त पर कहा कि मौजूदा वीजा व्यवस्था का फायदा कुछ चीनी कंपनियां वीजा श्रेणियों की गलत घोषणा करके उठा रही हैं. उदाहरण के लिए, कुछ चीनी कंपनियां औद्योगिक इकाइयों की स्थापना और कमीशनिंग के लिए बिजनेस वीजा के लिए आवेदन कर रही थी, जबकि इस उद्देश्य के लिए सही कैटेगरी रोजगार वीजा है.
अधिकारी चीन से प्रतिवर्ष अरबों डॉलर के फर्नीचर, लाइटनिंग, फिक्सचर और सैनिटरीवेयर के आयात के प्रभाव और स्थानीय उद्योग पर इसके प्रभाव को लेकर चिंतित है. उन्होंने एक पैटर्न को देखा है कि कुछ चीनी कंपनियां भारत में यूनिट स्थापित करने के लिए ‘मेक इन इंडिया’ लाभों का दावा करती हैं और फिर उन यूनिट्स में 80% तक पार्ट्स को चीन से आयात या सोर्स करती हैं.