तख्तापलट तो नहीं हुआ पर उम्रभर अँधेरे में पहुँच गये जनरल
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राष्ट्रपति लुइस आर्से ने कहा कि देश लोकतंत्र पर हमलों के खिलाफ़ दृढ़ है. आर्से ने सेना के जनरल कमांडर – जुआन जोस जुनिगा, जो विद्रोह का नेतृत्व कर रहे थे – से कहा कि “मैं आपका कप्तान हूं, और मैं आपको अपने सैनिकों को वापस बुलाने का आदेश देता हूं, और मैं इस अवज्ञा की अनुमति नहीं दूंगा.”
राष्ट्रपति आर्से ने इस वापसी को बोलीविया के लोकतंत्र की जीत बताया और इसके बाद देश के नागरिकों को संबोधित किया, जिनमें से कुछ कथित तख्तापलट के प्रयास के विरोध में सड़कों पर उतर आए थे. आर्से ने कहा, “बोलीविया के लोगों को बहुत-बहुत धन्यवाद, लोकतंत्र अमर रहे.” बोलीविया के टेलीविज़न ने इमारत के बाहर दो टैंक और सैन्य वर्दी में कई लोगों को दिखाया, लेकिन बाद में सैनिकों और बख्तरबंद वाहनों ने पीछे हटना शुरू कर दिया. इसके तुरंत बाद आर्से के समर्थक बोलिवियाई झंडे लहराते हुए बाहरी चौक में आ गए. हालांकि कुछ समय बाद सेना के जनरल को गिरफ्तार कर लिया गया है.