पानी को कहा झूठा, राम मंदिर ट्रस्ट ने कहा, गर्भगृह के छत से नहीं टपका
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने आगे कहा कि गर्भगृह के आगे पूर्व में गूढ़मण्डप है. वहाँ मंदिर के द्वितीय तल की छत का कार्य पूर्ण होने के पश्चात भूतल से लगभग 60 फीट ऊंचा घुम्मट जुड़ेगा और मण्डप की छत बन्द हो जाएगी. इस मंडप को अस्थायी रूप से प्रथम तल पर ही ढक कर दर्शन कराये जा रहे हैं. द्वितीय तल पर पिलर निर्माण चल रहा है. सामान्यतया पत्थरों से बनने वाले मंदिर में बिजली के कन्ड्युट एवं जंक्शन बाक्स का कार्य पत्थर की छत के ऊपर होता है एवं कन्ड्युट को छत मे छेद करके नीचे उतारा जाता है जिससे मंदिर के भूतल के छत की लाइटिंग होती है.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने कहा कि ये कन्ड्युट एवं जंक्शन बाक्स ऊपर के फ्लोरिंग के दौरान वाटर टाईट कर सतह में छुपाईं जाती है.प्रथम तल पर बिजली, वाटर प्रूफिंग एवं फ्लोरिंग का कार्य प्रगति पर है, अतः जंक्शन बॉक्सेज़ में पानी प्रवेश किया, और कंड्यूट के सहारे भूतल पर गिरा.यह प्रतीत हो रहा था कि छत से पानी टपक रहा है. जबकि यथार्थ में पानी कंड्यूट पाइप के सहारे भूतल पर निकल रहा था.