परमाणु का हाल आइंस्टीन ने लिखा, खत बिकेगा 4 मिलियन डालर में
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कोलकाता टाइम्स :
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक आइंस्टीन ने जब अमेरिकी राष्ट्रपति को लेटर लिखा तो उस वक्त दुनिया में सेकंड वर्ल्ड वार शुरू हो चुकी थी. ऐसे में आइंस्टीन ने राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट को पत्र लिख अंदेशा जताया था कि नाजी जर्मनी परमाणु बम बनाने की राह पर हो सकता है. लिहाजा अमेरिका को उससे निपटने के लिए पहले ही परमाणु कार्यक्रम विकसित कर लेना चाहिए.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रुजवेल्ट ने इस लेटर को बेहद गंभीरता से लिया था. उन्होंने इसके बाद न्यूक्लियर प्रोग्राम शुरू करने के लिए हाई लेवल कमेटी का गठन किया. इस कमेटी का हेड जे रॉबर्ट ओपेनहाइमर को बनाया गया था और उनके नेतृत्व में चले इस सीक्रेट प्रोजेक्ट को मैनहट्टन प्रोजेक्ट कहा गया.
इसी प्रोजेक्ट पर काम करते हुए अमेरिका ने दुनिया में पहली बार परमाणु बम का विकास किया और 6 व 9 अगस्त 1945 को जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर इसका इस्तेमाल किया. इसके साथ ही सेकंड वर्ल्ड वार तो खत्म हो गया लेकिन दुनिया में परमाणु बमों के विकास का नया द्वार भी खुल गया, जिसने आज पृथ्वी को तबाही के कगार पर खड़ा कर दिया है.