सिर्फ 39 साल की उम्र में यह अरबपति बने 100 बच्चों के पिता
39 साल के आंत्रप्योर अपने पोस्ट में लिखते हैं कि मुझे अभी पता चला है कि मेरे 100 से ज्यादा बायोलॉजिकल बच्चे हैं. स्पर्म डोनर बनने की कहानी की शुरुआत आज से 15 साल पहले हुई थी. जब एक मैरिड फ्रेंड फर्टिलिटी इश्यू के कारण कंसीव नहीं कर पा रहा था. उसने इनसे स्पर्म डोनेट करने के लिए कहा था. जिस पर वह राजी हो गए थे. लेकिन जब वह क्लिनिक गए तो वहां उनके स्पर्म को हाई क्वालिटी बताया उनसे सिविल ड्यूटी के रूप में लगातार डोनेशन करने के लिए रिक्वेस्ट किया.
लोमा लिंडा यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर फर्टिलिटी एंड आईवीएफ के अनुसार, स्पर्म डोनर वह पुरुष होता है जो अपने स्पर्म का दान करता है ताकि एक बांझ व्यक्ति या जोड़ा कंसीव कर सके और बच्चे का सुख प्राप्त कर सके. 1884 से अमेरिका में स्पर्म डोनेशन की मदद से बच्चे पैदा हो रहे हैं.