हल्दी, नीम से कैंसर गायब, सिद्धू के इलाज पर टाटा कैंसर हॉस्पिटल के डॉक्टर्स बोले..
कोलकाता टाइम्स :
सिद्धू ने कहा था कि उन्होंने आयुर्वेदिक तरीके से पत्नी का इलाज किया. कैंसर सेल्स को बढ़ाने वाली मीठी चीजों को बंद किया. जिसके बाद पत्नी डॉ. नवजोत कौर सिद्धू कैंसर फ्री हो गईं.
सिद्धू ने इस बारे में प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की. इसका वीडियो वायरल होने के बाद अब टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल की अगुआई में 262 ऑन्कोलॉजिस्ट ने इस दावे पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा है कि सिद्धू की बताई कुछ चीजों पर रिसर्च जरूर चल रही है, लेकिन इनसे ठीक हो जाने का दावा सही नहीं है. उन्होंने कहा कि सिद्धू के दावे के पर्याप्त सबूत नहीं हैं. ऐसे में लोगों को कैंसर जैसे लक्षण होने पर तुरंत अस्पताल में जांच करानी चाहिए.
सिद्धू बोले कि जब मुझे पता चला तो मैं घंटों पढ़ा, बीमारी के बारे में रिसर्च शुरू की. मैंने कुछ भी नहीं छोड़ा, फिर चाहे अमेरिकी डॉक्टर हों या आयुर्वेद हो. दिन में चार से पांच घंटे तक मैं रोज पढ़ता था कि कहीं कोई इलाज मिल सके. मैं जब डॉक्टरों से पूछा करूं तो डाइटिंग करवाने से सीधा मना कर देते. जब ये हुआ कि कोई चांस नहीं है तो फिर मैंने जो पढ़ा था, वही करना शुरू किया. मैंने अपनी बेटी के साथ मिलकर नोनी के लिए डाइट शुरू करवाई.
सिद्धू ने आगे कहा- कई लोगों ने मुझे कहा कि आपके पास तो करोड़ों हैं, आप तो ठीक हो ही जाओगे. मगर एक आम इंसान कैसे ठीक होगा. मैंने कहा कि जैसी डाइट से नोनी का इलाज हुआ, इसे एक आम आदमी भी खा सकता है और अपने आपको बचा सकता है. सिद्धू ने आगे कहा- स्टेज-4 का कैंसर होने के बाद भी नोनी 40 दिनों के अंदर वापस आई है. लोग कहते हैं कि करोड़ों रुपए लगते हैं, मगर मैं कहना चाहता हूं कि नीम के पत्तों के क्या पैसे लगते हैं. कैंसर एक इंफ्लामेशन है, जोकि दूध, कार्बोहाइड्रेट्स (गेहूं), रिफाइंड शुगर (जैसे कि जलेबी) और मैदा जैसी चीजों से होता है. इसलिए इनको बंद कर दिया.