सावधान! अगले 30 दिन कहर बन टूटेगी !
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ज्योतिषाचार्यों का आकलन सुनने में हैरान तो जरूर करता है, क्योंकि ऐसा कोई साल नहीं जब धरती पर आग, तूफान, ज्वालामुखी और भूकंप की घटनाएं नहीं होती. हर साल कोई न कोई प्राकृतिक आपदा इंसानी बस्तियों के लिए विनाशकारी साबित होगीं. तो फिर 2025 को लेकर ये कैसा आकलन, कि इस बार एक साथ कई आपदाएं आफत बनकर टूटेंगी…?
तो क्या धरती पर आने वाली आपदाओं का सीधा कनेक्शन ग्रहों की चाल से है? तो फिर इसकी गणना कैसे होती है? और क्या इसका सटीक अनुमान ज्योतिष में लगाया जा सकता है.
ज्योतिष हमारे वैदिक काल से ही जुड़ा एक शास्त्र है. हमारे चारों वेदों, ऋग्वेद, यजुर्वेड, सामवेद और अथर्ववेद में ज्योतिष विद्या की जानकारी मिलती है. इसका अस्तित्व जब अलग हुआ, तो इसे वेदांग ज्योतिष कहा जाने लगा. इस विधा के सबसे मशहूर ज्योतिषी आर्यभट्ट को माना जाता है, जो एक मशहूर गणितज्ञ भी थे. आर्यभट्ट ने ही गणित में शून्य का कॉन्सेप्ट दिया था. खैर, आगे बढ़ते है अपनी स्पेशल रिपोर्ट में खबर के अगले हिस्से की तरफ. इस हिस्से में हम आपको बताएंगे, ग्रहों की वो दशा, जिसकी वजह से इतनी आफत और 30 दिन के महासंकट की आशंका जताई जा रही है.